अब दिल जोड़ने के लिए नहीं पड़ेगी टांके की जरूरत

Webdunia
गुरुवार, 1 दिसंबर 2016 (19:30 IST)
मेलबर्न। अनुसंधानकर्ताओं ने बहुलक की एक नई लचीली पट्टी (पैच) का विकास किया है, जो दिल की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं के विद्युतीय संवेग के चालन को बेहतर बना सकता है। पशुओं में काम करती दिख रही यह पट्टी लंबे समय के लिए कारगर साबित हो सकती है। साथ ही इसे दिल पर लगाने के लिए किसी तरह के टांके की जरूरत नहीं पड़ेगी।
इंपीरियल कॉलेज लंदन की प्रोफेसर सियान हार्डिंग ने बताया कि दिल का दौरा पड़ने से निशान बन जाता है जो दिल के विद्युतीय संवेगों के चालन को धीमा बना देता है और उसमें बाधा पैदा कर देता है। 
 
हार्डिंग ने बताया कि इससे दिल की धड़कन में बहुत अधिक बाधा की संभावना पैदा हो जाती है। इस गंभीर समस्या से निजात पाने के लिए बिजली से चलने वाली बहुलक से बनी पट्टी का विकास किया गया है। साइंस एडवांसेज जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक तीन तत्वों से मिलाकर यह पट्टी तैयार की गई है। (भाषा)

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