उत्तर पूर्व अमेरिका गर्मी की चपेट में

जितेन्द्र मुछाल
शीर्षक पढ़कर गोया आप चौंक गए होंगे। क्रिसमस पर न्यूयॉर्क समेत अमेरिका के अधिकांश शहरों में सर्दी पुरजोर होती है। अमूमन बर्फ की चादर से ढंके शहरों में व्हाइट क्रिसमस मनाया जाता है। इस बार गर्मी के लिए पिछले 50 सालों से अधिक वर्षों का कीर्तिमान टूट रहा है। ग्वालियर तो छोड़िए, न्यूयॉर्क पिछले 2 सप्ताह से तो इंदौर से भी अधिक गर्म है।  
 
24 दिसंबर को न्यूयॉर्क का तापमान अचानक बढ़ गया। मौसम विभाग के अनुसार मध्यरात्रि के बाद रात को तापमान अचानक बढ़ गया और 1996 में बने 63 डिग्री फेरेनहाइट के उच्चतम रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
 
सेंट्रल पार्क में पारा 72 फेरेनहाइट (22 डिग्री सेल्सियस) तक पहुंच गया, यह चार जुलाई 1871 के उच्च तापमान के रिकॉर्ड से मात्र 3 डिग्री कम है। बफैलो, वॉशिंगटन, बोस्टन सभी जगहों पर इस सप्ताह रिकॉर्ड तापमान दर्ज किया गया। नार्थ ईस्ट अमेरिका में दिसंबर को रिकॉर्ड्स में सर्वाधिक गर्म माह के रूप में याद रखा जाएगा।
 
तापमान में हुई इस अप्रत्याशित गर्मी को परोक्ष रूप से अलनीनो से जोड़कर देखा जा रहा है। अल नीनो के कारण ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन के वजह से 2015 में वैश्विक तापमान में रिकॉर्ड बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
 
बदले मौसम की वजह से जनजीवन प्रभावित हुआ है। स्की रिसार्ट्स पर भी गर्मी प्रतिकूल असर पड़ा है। लोग फिलहाल सड़कों पर शार्ट और टीशर्ट में ही घूम रहे हैं, गर्म कपड़ों की बिक्री भी बुरी तरह प्रभावित हुई है। इस वजह से मॉल और स्टोर पर रिटेल सेल उम्मीद से कम हुई है और ऑनलाइन सेल पर भी बुरा प्रभाव पड़ा है।
 
न्यूयार्क का तापमान 60 से 70 फेरेनाइट के बीच है। इस कारण लोग फ्लोरिडा और कैरेबिंस जैसे परंपरागत गर्म इलाकों में क्रिसमस की छुट्‍टियां मनाने वालों की संख्‍या घट गई है।  सर्दी के मौसम में सूर्यास्त जल्दी होने के कारण दिन छोटे होते हैं अत: अंदर और बाहर गर्मी महसूस की जा रही है। घरों में क्रिसमस लाइट और सजावटें हैं पर बर्फ नदारद है।
 
क्रिसमस के मौके पर इस बार लोग पार्क और गोल्फ कोर्स में शॉर्ट-टीशर्ट में जॉगिंग और साइकिलिंग करते देखे जा रहे हैं। कई लोगों के लिए यह क्रिसमस में गोल्फ खेलने का मौका है। 
 
दिसंबर में रिकॉर्ड गर्मी के चलते पेड़, पौधे, फूल और अन्य वनस्पति पर प्रतिकूल असर हो रहा है। फलों को पकने के लिए कुछ निश्चित ठंडे समय की आवश्यकता होती है, जो गर्मी के कारण नहीं मिल पाएगा। यदि पेड़ों को पर्याप्त ठंड नहीं मिली तो फलों की गुणवत्ता प्रभावित होगी। ट्यूलिप और डेफोडिल्स भी देर से खिलेंगे। वासंती बयार आने में भी देर होगी।
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