भारत के पड़ोसी देश नेपाल में बारिश ने कहर मचा रखा है। पूर्वी नेपाल के इलम में पिछले 24 घंटों में बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में कम से कम 42 लोगों की जान गई है। इसके साथ ही कई फ्लाइट को डायवर्ट किया गया है। कई लोगों के लापता होने की भी खबरें हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया कि नेपाल में भारी बारिश के कारण हुई जनहानि और क्षति दुखद है। हम इस कठिन समय में नेपाल की जनता और सरकार के साथ खड़े हैं। एक मित्रवत पड़ोसी और प्रथम प्रतिक्रियादाता के रूप में, भारत आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
प्रभावित इलाकों में सुरक्षा एजेंसियों के तीनों स्तरों (जिसमें नेपाल सेना, सशस्त्र पुलिस बल और नेपाल पुलिस शामिल है) को तैनात किया गया है। भारी बारिश और आगे भी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की गई है। इस बीच नदियां उफान पर हैं।
काठमांडू घाटी के बाढ़ के मैदानों से निवासियों को निकालने के लिए उन्हें तैनात किया गया है। मीडिया खबरों के मुताबिक भारत की सीमा से लगे इलाम जिले में भूस्खलन में करीब 35 लोगों की मौत हुई है।
इसके अलावा बाढ़ में बह जाने के कारण 9 लोग लापता हो गए और नेपाल में अन्य जगहों पर बिजली गिरने से तीन अन्य लोगों की मौत हो गई। इलाम के मुख्य जिला अधिकारी सुनीता ने बताया कि भूस्खलन से घरों को नुकसान पहुंचा है, इसलिए मौत का आंकड़ा भी बढ़ने की संभावना है। वहीं जिला प्रशासन कार्यालय ने प्रशासन से भूस्खलन और बाढ़ से हुए नुकसान की रिपोर्ट मांगी है। Edited by : Sudhir Sharma