मुस्लिम बहुल बांग्लादेश में बढ़ रहे हमले, अब फेसबुक को लेकर मंदिर और हिंदुओं के घरों पर हमला

Webdunia
सोमवार, 18 जुलाई 2022 (13:44 IST)
फाइल फोटो
ढाका, धर्म और संप्रदाय को लेकर हो रहे विवाद की खबरें इन दिनों आम हो गई हैं। अब बांग्‍लादेश से ऐसी ही खबर आ रही है। फेसबुक पर किए गए एक पोस्ट में इस्लाम के कथित अपमान को लेकर बांग्लादेश के दक्षिण-पश्चिम हिस्से में हिंदू समुदाय के एक मंदिर, दुकानों और कई घरों में तोड़फोड़ की।

ऑनलाइन समाचार पत्र 'बीडीन्यूज24.कॉम' ने स्थानीय थाने के निरीक्षक हरन चंद्र पॉल के हवाले से खबर दी कि शुक्रवार शाम को नारेल जिले के सहपारा गांव में अज्ञात लोगों ने कई घरों में तोड़फोड़ की और एक मकान को आग लगा दी। बाद में हमलावरों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने हवा में गोलियां चलाई।

उन्होंने कहा कि हमलावरों ने शाम करीब साढ़े सात बजे हमले के दौरान गांव के एक मंदिर पर ईंटें भी फेंकीं। उन्होंने मंदिर के अंदर के फर्नीचर को भी तोड़ दिया। 'द डेली स्टार' समाचार पत्र ने अपनी खबर में बताया कि कई दुकानों में भी तोड़फोड़ की गई।

दरअसल, एक युवक ने फेसबुक पर कुछ आपत्तिजनक पोस्ट किया था, जिससे मुस्लिम समुदाय के लोग आक्रोशित हो गए। पुलिस ने युवक की तलाश की, लेकिन जब वह नहीं मिला तो उसके पिता को थाने ले गई।
उन्होंने कहा कि फेसबुक पोस्ट को लेकर शुक्रवार की नमाज के बाद तनाव बढ़ गया और मुस्लिम समुदाय के लोगों के एक समूह ने दोपहर में विरोध प्रदर्शन किया। बाद में उन्होंने घरों पर हमला कर दिया।

'द डेली स्टार' समाचार पत्र की खबर में बताया गया है कि बाद में हिंसा न हो, इसके लिए इलाके में पुलिस बलों को तैनात किया गया है। अखबार ने दीपाली रानी साहा नामक स्थानीय निवासी के हवाले से कहा, 'एक समूह ने हमारा सारा कीमती सामान लूट लिया। इसके बाद दूसरा समूह आया और उसने हमारा दरवाजा खुला पाया। चूंकि लूटने के लिए कुछ नहीं बचा था, इसलिए उन्होंने हमारे घर में आग लगा दी।'

दीपाली का घर उन घरों और दर्जनों दुकानों में शामिल है, जिनमें सहपारा गांव में तोड़फोड़ की गई या जला दिया गया। दिघलिया संघ परिषद की एक पूर्व महिला सदस्य ने कहा कि हमले के बाद ज्यादातर लोग गांव छोड़कर चले गए हैं। उन्होंने कहा, "लगभग सभी घरों में ताला लगा हुआ है।"

अखबार ने गांव के राधा-गोविंद मंदिर के अध्यक्ष शिबनाथ साहा (65) के हवाले से कहा, "पुलिस गांव में पहरा दे रही है, लेकिन हम उन पर भरोसा नहीं कर सकते।" 'बीडीन्यूज24' ने अपनी खबर में कहा कि मुस्लिम बहुल बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हमले बढ़ रहे हैं और उनमें से कई हमले अफवाहों या सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट किये जाने के बाद हुए हैं।

पिछले साल, बांग्लादेश में कुछ हिंदू मंदिरों में दुर्गा पूजा समारोह के दौरान अज्ञात मुस्लिम कट्टरपंथियों ने तोड़फोड़ की थी, जिसके बाद सरकार को 22 जिलों में अर्धसैनिक बलों को तैनात करना पड़ा था। इस दौरान हुए दंगों में चार लोग मारे गए थे और कई अन्य घायल हो गए थे। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

EVM के आरोप का कोई सिर-पैर नहीं, INDIA Alliance के दल नहीं एकमत, अभिषेक बनर्जी ने कहा- नहीं हो सकती कोई गड़बड़ी, सबूत दिखाएं

Delhi pollution : दिल्ली-NCR में लागू GRAP-3 की पाबंदियां, डीजल वाहनों और कंस्ट्रक्शन वर्क के साथ किन चीजों पर रहेंगी पाबंदियां

किस बीमारी से हुआ तबला उस्‍ताद जाकिर हुसैन का निधन, क्‍या होता है IPF और कैसे इससे बचें?

फिलिस्तीन लिखा हैंडबैग लेकर संसद पहुंची प्रियंका गांधी

मणिपुर को लेकर कांग्रेस ने साधा मोदी पर निशाना, कहा- हालात का जायजा लेने का समय नहीं

सभी देखें

नवीनतम

जॉर्जिया में बड़ी घटना, रिसॉर्ट में मृत पाए गए 11 भारतीय, कार्बन मोनोऑक्साइड गैस बताया जा रहा है कारण

फ्लेवर्स ऑफ इंडिया कार्यक्रम को लेकर CM मोहन यादव ने की यह अपील

Cabinet expansion in Maharashtra : मंत्रिमंडल गठन के बाद शिवसेना और एनसीपी में बवाल, दिखे बगावती तेवर

भ्रष्टाचार को गठबंधन की मजबूरी मानते थे मनमोहन, BJP सांसद ने कांग्रेस पर साधा निशाना

भारत में S25 की कीमत क्या होगी, Samsung Galaxy S25 series को लेकर हुआ बड़ा खुलासा

अगला लेख