भारत से बातचीत के लिए बेचैन है पाकिस्तान, पूर्व विदेश मंत्री ने दिया बयान

Webdunia
रविवार, 13 जनवरी 2019 (15:18 IST)
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ बातचीत करने के अलावा भारत के पास कोई रास्ता नहीं है और भारत और पाकिस्तान के बीच स्थायी रूप से शांति केवल बातचीत के जरिए ही बहाल हो सकती है।
 
लाहौर के आलहमरा में आयोजित एक विचार गोष्ठी के पहले दिन कसूरी ने वरिष्ठ पत्रकार नजाम सेठी के साथ 'भारतीय चुनाव और दक्षिण एशिया में शांति की संभावना' विषय पर चर्चा करते हुए कहा कि हमने करतारपुर कॉरिडोर को खोलने की पहल यह मानते हुए की है कि आपसी संबंध के बिना दोनों देशों के बीच शांति स्थापित नहीं हो सकती है। हकीकत यह है कि दोनों देशों के बीच स्थायी शांति स्थापित करना सिर्फ आपसी संबंध के जरिए ही संभव है, लेकिन दुर्भाग्य से अभी तक यह शुरू नहीं हुई है।
 
उन्होंने कहा कि मैं दोनों देशों के बीच अच्छे संबंध कायम करने के लिए फिर से बातचीत शुरू करने को लेकर आशान्वित हूं। प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि अगर हम युद्ध नहीं चाहते हैं, तो हमारे पास सिर्फ बातचीत का रास्ता बचता है। कसूरी ने भारत के आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर कहा कि अगर विपक्षी पार्टियां सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ महागठबंधन बनाती हैं, तो वे आगामी चुनावों में जीत सकती हैं तथा अगली सरकार बना सकती हैं।
 
उन्होंने कहा कि यदि मोदी फिर से सत्ता में आते हैं, तो उन्हें पाकिस्तान के साथ बातचीत करनी होगी। वे पहले भी लाहौर आ चुके हैं। ब्रिटेन के वेस्टमिंस्टर विश्वविद्यालय के प्रो. दिव्येश आनंद ने मोदी सरकार की यह कहते हुए आलोचना की है कि नफरत और पाकिस्तान विरोधी राजनीति से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को कोई लाभ नहीं होगा और दोनों देशों के लिए आंतरिक मामले महत्वपूर्ण हैं। पाकिस्तान में भी लोग आंतरिक मामलों को लेकर ज्यादा चिंतित हैं।
 
उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत में भाजपा फिर से सत्ता में आ सकती है, लेकिन उसकी सीटें बहुमत से थोड़ी कम रह सकती हैं। 6 महीने बाद मोदी की अगुवाई वाली भाजपा पाकिस्तान विरोधी बयानबाजी तथा कुछ घरेलू मुद्दों के जरिए सत्ता में फिर से आ सकती है। बातचीत में शामिल कुछ अन्य लोगों ने भी कहा कि भारत को अंतत: पाकिस्तान के साथ वार्ता करनी पड़ेगी, क्योंकि इसके अलावा उसके पास दूसरा कोई रास्ता नहीं है तथा भारत के आगामी चुनावों में जो भी पार्टी सत्ता में आए, उसे पाकिस्तान के साथ वार्ता बहाल करनी होगी। (वार्ता)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख