Biodata Maker

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

ईरान की 'डांसिंग मिसाइल' ने मचाई तबाही, इजरायल का आयरन डोम बेबस!

Advertiesment
हमें फॉलो करें Iran dancing missile caused devastation in israel

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, शुक्रवार, 20 जून 2025 (13:11 IST)
तेल अवीव/तेहरान, 20 जून 2025: मध्य पूर्व में इजरायल और ईरान के बीच चल रही जंग ने अब एक नया और खतरनाक मोड़ ले लिया है। ईरान ने इजरायल पर अपनी अत्याधुनिक हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल जिसे 'डांसिंग मिसाइल' भी कहा जा रहा है दागी, जिसने इजरायल की विश्व प्रसिद्ध आयरन डोम मिसाइल रक्षा प्रणाली को चुनौती दे दी। 13 जून 2025 से शुरू हुए इस युद्ध ने दोनों देशों को भारी नुकसान पहुंचाया है, लेकिन ईरान की यह नई मिसाइल तकनीक इजरायल के लिए एक अभूतपूर्व खतरा बनकर उभरी है।
'डांसिंग मिसाइल' क्या है?
ईरान की 'फतह-1' और 'खोरमशहर-4' तथाकथित सिजिल जैसी हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइलों को 'डांसिंग मिसाइल' का नाम दिया गया है, क्योंकि ये मिसाइलें जटिल प्रक्षेप पथ (maneuverable trajectories) का उपयोग करती हैं। ये मिसाइलें 6-10 मैक (10,000-12,500 किमी/घंटा) की रफ्तार से उड़ती हैं और वायुमंडल के अंदर-बाहर पैंतरेबाजी कर सकती हैं, जिससे इन्हें रोकना बेहद मुश्किल हो जाता है। ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने 'ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस-3' के तहत इन मिसाइलों का इस्तेमाल किया, जिसने तेल अवीव, यरुशलम, और हाइफा जैसे शहरों में तबाही मचाई।

आयरन डोम की नाकामी : इजरायल की आयरन डोम, डेविड्स स्लिंग, और एरो-3 जैसी बहुस्तरीय रक्षा प्रणालियां छोटी और मध्यम दूरी की मिसाइलों को रोकने में सक्षम हैं। हालांकि, ईरान की हाइपरसोनिक मिसाइलों ने इन प्रणालियों को भेदने में सफलता हासिल की। 13 जून से 18 जून तक ईरान ने इजरायल पर लगभग 400 बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन दागे, जिनमें से कुछ तेल अवीव और बीरशेवा जैसे शहरों में गिरीं। इन हमलों में 24 लोगों की मौत और 804 लोग घायल हुए। बीरशेवा के सोरोका अस्पताल पर हुए हमले ने इजरायल को हिलाकर रख दिया, जहां आयरन डोम मिसाइलों को रोकने में नाकाम रहा। रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान ने 'सैचुरेशन अटैक' रणनीति अपनाई, जिसमें एक साथ सैकड़ों मिसाइलें दागकर रक्षा प्रणालियों पर दबाव डाला गया। इससे आयरन डोम और अन्य प्रणालियां ओवरलोड हो गईं।

एक इजरायली अधिकारी ने 'वॉल स्ट्रीट जर्नल' को बताया कि इजरायल के पास लंबी दूरी की मिसाइलों को रोकने वाले इंटरसेप्टर्स का भंडार तेजी से कम हो रहा है और यह केवल 10-12 दिन तक चल सकता है। ईरान-इजरायल युद्ध में इजरायल को हर दिन 17.32 अरब रुपयों का नुकसान हो रहा है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, "ईरान जानबूझकर हमारे नागरिकों और अस्पतालों को निशाना बना रहा है। हम तेहरान में बैठे अत्याचारियों से इसकी पूरी कीमत वसूलेंगे।"

इजरायल का पलटवार : इजरायल ने भी 'ऑपरेशन राइजिंग लायन' के तहत ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हमले किए। 13 जून को शुरू हुए इस अभियान में इजरायली वायुसेना ने तेहरान, नतांज, और इस्फहान जैसे शहरों में परमाणु केंद्रों, मिसाइल बेसों, और सैन्य अड्डों को निशाना बनाया। सैटेलाइट तस्वीरों में तबरीज और करमानशाह के मिसाइल बेस खंडहर में तब्दील दिखाई दिए। ईरान के कई शीर्ष सैन्य कमांडर और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए।

ईरान ने चेतावनी दी है कि अमेरिका के हस्तक्षेप से "पूर्ण युद्ध" छिड़ सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि ईरान ने बातचीत की पेशकश की थी, लेकिन अब "बहुत देर हो चुकी है।" इस बीच, क्षेत्रीय अस्थिरता बढ़ रही है, और जॉर्डन जैसे देशों ने अपने हवाई क्षेत्र को फिर से खोल दिया है।
webdunia

ईरान की 'डांसिंग मिसाइल' ने इजरायल की रक्षा प्रणालियों की सीमाओं को उजागर कर दिया है। आयरन डोम, जो पहले 90% से अधिक सफलता दर का दावा करता था, अब हाइपरसोनिक मिसाइलों के सामने कमजोर पड़ रहा है। दूसरी ओर, इजरायल की आक्रामक रणनीति ने ईरान की सैन्य क्षमता को भी कमजोर किया है। लेकिन यह युद्ध क्षेत्रीय स्थिरता के लिए बड़ा खतरा बन रहा है। अगर यह टकराव बढ़ता है, तो मध्य पूर्व में और व्यापक तबाही मच सकती है।
Edited By: Navin Rangiyal

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अपने फैसलों और बयानों से पलटने की आखिरी क्या है वजह?