वाशिंगटन। पांचवीं श्रेणी के शक्तिशाली तूफान इरमा के राज्य की ओर बढ़ने की खबरों के बीच तटीय फ्लोरिडा में रहने वाले 50 लाख से ज्यादा लोगों को स्थान खाली करने को कहा गया है।
अधिकारियों ने कहा कि इरमा के रविवार को फ्लोरिडा पहुंचने का अंदेशा है और जिस तरह का इसका वेग है, यह समूचे फ्लोरिडा और आसपास के इलाकों में भारी तबाही मचा सकता है।
फ्लोरिडा में अधिकारियों ने 56 लाख लोगों को स्थान खाली करने का आदेश दिया है। यह राज्य की तकरीबन एक चौथाई आबादी है। अधिकारियों ने उन्हें चेतावनी दी है कि जो लोग स्थान खाली नहीं करेंगे वे इरमा के आने के बाद बचाव सेवा की उम्मीद नहीं कर सकते हैं।
फेडरल इमरजेंसी मैनेजमेंट एजेंसी के प्रमुख ब्रॉक लॉन्ग ने कहा कि सवाल यह नहीं कि फ्लोरिडा प्रभावित होगा। सवाल यह है कि कितनी बुरी तरह से फ्लोरिडा प्रभावित होगा।
लॉन्ग ने कहा कि तूफान एक बड़ा खतरा बना हुआ है जो अमेरिका और या तो फ्लोरिडा या दक्षिणपूर्वी राज्यों में तबाही मचाने जा रहा है। यह एक जटिल भविष्यवाणी है। अलबामा से उत्तर कैरोलिना तक हर किसी को इस तूफान की हलचल पर करीब से नजर रखनी चाहिए। फ्लोरिडा में हजारों भारतीय अमेरिकी रहते हैं।
इसके अलावा, तटीय फ्लोरिडा में इरमा के आने के बाद किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए रक्षा विभाग ने हजारों संघीय कर्मियों और कई हजार सैन्य कर्मियों की तैनाती की है।
व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को आज इरमा के बारे में जानकारी दी गई। उन्हें हाल में अमेरिका के वर्जिन द्वीपों, प्यूर्तो रिको और आसपास के द्वीपों पर तूफान के प्रभाव के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी गई। साथ ही में उन्हें संघीय और क्षेत्रीय सरकारों द्वारा किए जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी भी दी गई। फ्लोरिडा में आपातकाल की घोषणा की गई है।
इससे पहले भी अटलांटिक महासागर से उठे तूफानों इनग्रिड, सैंडी, आयरीन और इगोर थॉमस ने अमेरिका में भारी तबाही मचाई है।