Israel Hamas war update : इजराइल के दक्षिण में अभूतपूर्व युद्ध जैसे हालात को देखते हुए बने हुए हैं। इजराइल के तेल अवीव पर हमास ने फिर 150 से ज्यादा मिसाइलें दागी गई। अब तक 300 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं जबकि 1500 से अधिक लोगों के घायल होने की घबर है। इजराइल भी लगातार हमले कर रहा है। इसराइल ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए 232 लोगों को मार गिराया। किबुत्ज बेरी, स्डेरोड और अश्कलोन में लड़ाई चल रही है।
कौन सा देश किसके साथ : इस युद्ध में दुनिया 2 हिस्सों में बंटी हुई नजर आ रही है। भारत, अमेरिका, यूरोपीय संघ, जापान, ऑस्ट्रेलिया, यूक्रेन और कनाडा जैसे देश इजराइल के साथ खड़े नजर आ रहे हैं तो चीन, ईरान, पाकिस्तान, यमन और रूस का समर्थन हमास के साथ है।
इजराइल को ब्रिटेन का समर्थन : इस बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने हमास के हमले को कायरतापूर्ण बताते हुए इजराइल का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि अगले 24 घंटे में अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ काम करेंगे।
इजराइल को रक्षा का अधिकार : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि दुनिया भयावह तस्वीरें देख रही है। इजरायली शहरों पर हजारों रॉकेट बरस रहे हैं। हमास के आतंकवादी न केवल इजरायली सैनिकों बल्कि नागरिकों को सड़कों और उनके घरों में मार रहे हैं। यह अनुचित है। इजरायल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है।
हमास के ठिकानों को ध्वस्त कर देंगे : इस बीच इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू ने हमास के ठिकानों को ध्वस्त करने की धमकी दी है। उन्होंने गाजा के लोगों से जल्द से जल्द इलाके को खाली करने को कहा है। इसराइल ने दी गाजा पट्टी में बिजली काटने और सामान की सप्लाई बंद करने की भी चेतावनी दी है।
भारत ने जारी की एडवाइजरी : इजराइल और फलस्तीन स्थित भारतीय दूतावास ने सभी भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने और सुरक्षा नियमों का पालन करने की सलाह दी है। दूतावास ने अपने परामर्श में कहा कि इजराइल में वर्तमान स्थिति को देखते हुए, इजराइल में मौजूद सभी भारतीय नागरिकों से अनुरोध किया जाता है कि वे सतर्क रहें और स्थानीय अधिकारियों की सलाह के अनुसार सुरक्षा नियमों का पालन करें। कृपया सावधानी बरतें, अनावश्यक आवाजाही से बचें और सुरक्षित स्थलों के करीब रहें।
इजराइल में कितने भारतीय : इजराइल में लगभग 18,000 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें मुख्य रूप से इजराइली बुजुर्गों, हीरा व्यापारियों, आईटी पेशेवरों और छात्रों की देखभाल करने के लिए नियुक्त लोग शामिल हैं। इजराइल में भारतीय मूल के लगभग 85,000 यहूदी भी हैं जो पचास और साठ के दशक में भारत से इजराइल गए थे।