वॉशिंगटन। नासा के दो अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने सफलतापूर्वक इस साल का पहला स्पेसवॉक किया और अंतरिक्ष में चहलकदमी करते हुए उन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के बाहर मौजूद रोबोटिक 'भुजा' को बदला।
एक्सपेडिशन 54 यान के इंजीनियरों मार्क वांडे हेई एवं स्कॉट टिंगल ने परिक्रमा कर रहे प्रयोगशाला के बाहर अंतरिक्ष में करीब सात घंटे एवं 24 मिनट बिताए। उनका मुख्य कार्य कनाडआर्म2 रोबोटिक आर्म पर इसकी दो 'भुजाओं' में से एक को बदलना था।
स्पेस डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, लैचिंग इंड इफेक्टर (एलईई) नामक इस उपकरण का इस्तेमाल यात्रा कर रहे मालवाहक अंतरिक्षयानों को पकड़ने एवं मुक्त करने में किया जाता है। इस साल का यह पहला स्पेसवॉक और इस महीने नासा की पूर्व नियोजित दो योजनाओं में से पहली है। (भाषा)