सिडनी। ऑस्ट्रेलिया में राष्ट्रीय चुनावों से पहले ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री मैलकम टर्नबुल के लिए एक और बुरी खबर है। उपचुनावों में उनकी पार्टी को शिकस्त का सामना करना पड़ा और इसे सत्ता पर उनकी कमजोर होती पकड़ के तौर पर देखा जा रहा है।
एक नए संवैधानिक नियम के तहत दोहरी नागरिकता वालों की संसद में नियुक्ति अवैध होने के चलते 5 सदस्यों को अपनी सदस्यता गंवानी पड़ी थी। इनमें से 4 विपक्षी राजनेता थे जबकि एक अन्य छोटे दल से था।
इन उपचुनावों को टर्नबुल और विपक्षी लेबर नेता बिल शॉर्टन के लिए अहम परीक्षा के तौर पर देखा जा रहा था और उदारवादी-राष्ट्रीय गठबंधन को उम्मीद थी कि वे इन चुनावों को जीतकर संसद में अपने मामूली बहुमत को और मजबूत कर पाएंगे।
लेबर पार्टी के अपनी चारों सीटों को बरकरार रखने के संकेतों के बीच शॉर्टन निश्चित रूप से इस उपचुनाव में विजेता बनकर उभरे हैं। (भाषा)