बड़ा खुलासा, हजारों सालों से चांद चुरा रहा है पृथ्वी का पानी

Webdunia
शुक्रवार, 6 मई 2022 (11:12 IST)
वॉशिंगटन। हाल ही में हुए एक शोध में खुलासा हुआ है कि हजारों सालों से चांद पृथ्वी का पानी चुरा रहा है। यह पानी चांद पर पत्थरों के नीचे बर्फ के रूप में मौजूद है। इस शोध में कहा गया है कि हो सकता है कि अरबों सालों से चंद्रमा पृथ्वी के वायुमंडल से ही पानी अपने क्रेटरों में बर्फ के रूप में जमा कर रहा है।
 
यूनिवर्सिटी ऑफ अलास्का फेयरबैंक्स द्वारा किए गए इस शोध में कहा गया है कि चंद्रमा  पृथ्वी के मैग्नेटोस्फीयर के हिस्से से होकर गुजरता है और इस दौरान पानी बनाने वाले आयन को खींचता है।
 
शोधकर्ताओं के अनुसार, चंद्रमा पर 840 क्यूबिक मील सतह पर पानी है जो पृथ्वी के वायुमंडल से निकल कर वहां पहुंचा है। ये पानी अमेरिका की हूरोन झील, जो दुनिया की आठवीं सबसे बड़ी है, को भरने के लिए पर्याप्त है।
 
हालांकि पानी चोरी की यह प्रक्रिया इंसानों के फायदे का सौदा साबित हो सकती है। इस पानी का उपयोग एक दिन चंद्र सतह पर मानव बस्ती बनाए रखने के लिए किया जा सकता है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Weather Update : हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में बादल फटने से मची तबाही, हल्द्वानी में नहर में गिरी कार, वायनाड में बाढ़ और भूस्खलन की चेतावनी

TTP के हमले में विंग कमांडर अभिनंदन को पकड़ने वाले पाक मेजर की मौत, फिर सामने आई आतंकीस्तान की सचाई

CBSE का बड़ा निर्णय, साल में 2 बार होंगी class 10 एक्जाम, पहली बार फरवरी तो दूसरी बार मई में एग्जाम

RBI ने कॉल मनी के लिए बाजार समय 1 जुलाई से 2 घंटे बढ़ाया, सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक होगा कार्यकाल

फ्रांस की महिला पर्यटक के साथ उदयपुर में बलात्कार, यौन उत्पीड़न के मामले में अमेरिका ने पर्यटकों को किया था आगाह

सभी देखें

नवीनतम

कांवड़ यात्रा और मुहर्रम को लेकर CM योगी ने की हाईलेवल मीटिंग, अधिकारियों को दिए ये सख्‍त निर्देश...

Rajasthan : फ्रांसीसी महिला से दुष्कर्म, कास्टिंग कंपनी का मालिक है आरोपी, पुलिस ने किया गिरफ्तार

Delhi : रोहिणी में बहुमंजिला इमारत में आग, 4 लोगों की मौत, 3 घायल

Dharamshala Flood: हिमाचल में बादल फटने से भारी तबाही, धर्मशाला में 25 मजदूरों के बहने की सूचना, 2 के मिले शव

सेबी ने बीएसई पर लगाया 25 लाख का जुर्माना, जानिए क्‍या है मामला...

अगला लेख