मुस्लिम लड़कियों को लड़कों के साथ तैरना ही होगा...

Webdunia
बुधवार, 11 जनवरी 2017 (11:34 IST)
स्ट्रॉसबर्ग। स्विट्जरलैंड के यूरोपियन मानव अधिकार अदालत ने एक ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए कहा कि सह शिक्षण स्कूलों में मुस्लिम लड़कियों को लड़कों के साथ तैराकी कक्षा लेनी ही पड़ेगी।
 
स्विट्जरलैंड के मुस्लिम दंपती ने यूरोपियन कोर्ट और ह्यूमन राइट्स (ईसीएचआर) में लड़कियों को लड़कों के साथ तैराकी न कराने को लेकर मुकदमा दायर किया था। 
 
अदालत ने मुस्लिम अभिभावकों की आपत्ति को खारिज करते हुए कहा कि स्विस अधिकारियों का पाठ्यक्रम को लागू कराने और बच्चों को समाज में सफलता से घुलाने-मिलाने के लिए लिया गया फैसला जायज है।
 
हालांकि अदालत ने साथ ही यह भी कहा कि ऐसी कक्षाओं को अनिवार्य बनाना धार्मिक स्वतंत्रता को बाधित करने के समान है। न्यायालय ने कहा कि सामाजिक एकीकरण के लिए ऐसा करना जरूरी है। स्विट्जरलैंड के बासल और कई अन्य शहरों में स्विमिंग सीखना अनिवार्य है। (वार्ता)
Show comments

जरूर पढ़ें

मोदी के बाद कौन? दिल्ली में बंद कमरों में हो रही मैराथन मीटिंग्स ने मचाया सियासी तूफान!

सैनिक वर्दी में आए थे आतंकी, नाम और धर्म पूछकर पर्यटकों को मौत के घाट उतारा, पढ़िए कैसे रची थी पूरी साजिश

एक जोड़ी चप्पल लौटाना पड़ा महंगा, 99 हजार की ऑनलाइन ठगी का हो गए शिकार

आतंकियों ने धर्म पूछा, और मार दी गोली, नवविवाहिता पत्नी के नहीं थम रहे आंसू

मराठवाड़ा में किसानों की आत्‍महत्‍या का आंकड़ा हैरान कर देगा, 3 महीनों में इतने किसानों ने दी जान

सभी देखें

नवीनतम

MI vs SRH : कोई आतिशबाजी और चीरलीडर नहीं, पहलगाम पीड़ितों को खिलाड़ी काली पट्टी बांधकर देंगे श्रद्धांजलि

ओवैसी ने बताया, क्यों हुआ पहलगाम आतंकी हमला?

3 आतंकियों ने मचाई पहलगाम में तबाही, जिंदा बचे पर्यटकों की मदद से तैयार हुए स्केच

Uttarakhand : धामी की अध्यक्षता में बैठक में पहलगाम हमले में मारे गए पर्यटकों को दी गई श्रद्धांजलि

क्या पलटवार की तैयारी है? पहलगाम हमले के बाद तीनों सेनाओं को अलर्ट रहने के निर्देश

अगला लेख