चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश में निशाने पर इस्कॉन, जबरन बंद कराया मंदिर

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
गुरुवार, 28 नवंबर 2024 (07:54 IST)
Bangladesh news in hindi : इस्कॉन के संत चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश में लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इस बीच बांग्लादेश सरकार ने इस्कॉन को कट्टरपंथी धार्मिक संगठन बताया। इस बीच इस्कॉन के शिबचर स्थित केंद्र को मुस्लिमों ने जबरन बंद करा दिया है। यही नहीं इस्कॉन के श्रद्धालुओं को सेना के जवान अपने वाहन में भरकर ले गए।
 
बांग्लादेश की सरकार ने बुधवार को हाई कोर्ट में इस्कॉन को एक कट्टरपंथी धार्मिक संगठन बताया। मीडिया खबरों के अनुसार, एक रिट याचिका की सुनवाई के दौरान अदालत ने सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे अटॉर्नी जनरल मोहम्मद असदुज्जमान से इस्कॉन के बारे में पूछा। इस पर उन्होंने कहा, यह एक धार्मिक कट्टरपंथी संगठन है। सरकार उसकी जांच कर रही है। अदालत ने अटॉर्नी जनरल से गुरुवार को सरकार के कदमों के बारे में जानकारी देने का आदेश दिया है। याचिका में इस्कॉन को बांग्लादेश में प्रतिबंधित करने की मांग की गई थी।
 
इस्कॉन-कोलकाता के उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता राधारमण दास ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, 'बांग्लादेश में शिबचर स्थित इस्कॉन नमहट्टा केंद्र को मुस्लिमों ने जबरन बंद कर दिया है। सेना आई और इस्कॉन श्रद्धालुओं को एक वाहन में भरकर ले गई।' ALSO READ: बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर क्या बोले पवन कल्याण?
 
वकील की हत्या : बांग्लादेश के चटगांव शहर में सहायक लोक अभियोजक सैफुल इस्लाम की हत्या और एक प्रमुख हिंदू नेता की गिरफ्तारी को लेकर सुरक्षाकर्मियों पर हमला करने के आरोप में कम से कम 30 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने कहा कि इस्लाम झड़प के दौरान गंभीर रूप से घायल हो गये और अस्पताल ले जाने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
 
संयुक्त राष्ट्र से हस्तक्षेप की मांग : केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमलों से पता चलता है कि उस देश की अंतरिम सरकार कट्टरपंथियों के चंगुल में है। उन्होंने इस मामले में संयुक्त राष्ट्र से हस्तक्षेप करने को कहा। बांग्लादेश में एक हिंदू नेता की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि इस तरह के हमले मानवता के खिलाफ हैं। ALSO READ: बांग्लादेश में ISKCON क्यों है निशाने पर, क्या चाहते हैं कट्टरपंथी?
 
बंद हो बांग्लादेशी नागरिकों को वीजा देना : भाजपा नेता शुभेन्दु अधिकारी ने कहा कि जब तक बांग्लादेश की कार्यवाहक सरकार हिंदू नेता चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी को रिहा नहीं कर देती तब तक के लिए भारतीय अधिकारियों को बांग्लादेशी नागरिकों को वीजा जारी करना तुरंत बंद कर देना चाहिए। अधिकारी ने कहा कि आप जानते हैं कि वहां (बांग्लादेश) हिंदुओं पर किस तरह अत्याचार किया जाता है। इस तरह के अत्याचार को जारी नहीं रहने दिया जा सकता। प्रभु चिन्मय कृष्ण दास ने कुछ भी गलत नहीं किया है। हम उनकी तत्काल रिहाई चाहते हैं। उन पर झूठे मामले दर्ज किए गए हैं। इसकी अनुमति नहीं दी जा सकती। बहुत हो गया अब।
 
उल्लेखनीय है कि ढाका पुलिस ने चिन्मय कृष्ण दास को सोमवार शाम हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था। मंगलवार को उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच चटगांव के छठे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट काजी शरीफुल इस्लाम के समक्ष पेश किया गया। यहां उनकी जमानत याचिका खारिज कर उन्हें जेल भेज दिया गया। 
 
भारत ने बांग्लादेश में दास को गिरफ्तार किए जाने और उन्हें जमानत नहीं दिए जाने पर मंगलवार को गहरी चिंता जताई थी और और बांग्लादेशी प्राधिकारियों से हिंदुओं एवं सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की थी।
edited by : Nrapendra Gupta

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