लंदन। पीएनबी घोटाले के आरोपी भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने भारत आने से बचने के लिए नया पैंतरा अपनाया है। उसने कोर्ट में कहा है कि यदि भारत को प्रत्यर्पित किया तो वह आत्महत्या कर लेगा। नीरव 7 महीने से लंदन की वांड्सवर्थ जेल में है।
इतना ही नहीं नीरव ने जेल में तीन बार हमला होने की भी बात कही है। भारत सरकार के लिए पैरवी कर रही क्राउन प्रोसिक्यूशन सर्विसेज (सीपीएस) के वकील ने नीरव की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह फरार हो सकता है।
गौरतलब है कि नीरव की जमानत अर्जी बुधवार को पांचवीं बार खारिज हो चुकी है। जज एम्मा अबर्थनॉट ने कहा कि यह नहीं मान सकते कि मोदी गवाहों को प्रभावित नहीं करेगा और अगले साल मई में होने वाली ट्रायल के वक्त पेश हो जाएगा। उन्होंने कहा कि नीरव का डिप्रेशन में होना जमानत खारिज करने के पिछले आदेशों को प्रभावित नहीं कर सकता।
हालांकि जज ने जमानत अर्जी में नीरव की मानसिक स्थिति का उल्लेख होने की बात भारतीय मीडिया में लीक होने को गंभीर और दुर्भाग्यपूर्ण बताया। जज ने कहा कि इससे भारत सरकार के प्रति कोर्ट का भरोसा कम होगा। नीरव की जमानत याचिका यूके हाईकोर्ट से भी खारिज हो चुकी है।