सोल। लगातार मिसाइल परीक्षण कर रहे उत्तर कोरिया का लक्ष्य सैन्य क्षमता में अमेरिका की बराबरी करना है। उत्तर कोरिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी केसीएनए ने यह जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि उत्तर कोरिया के शुक्रवार को जापान के ऊपर से किए गए मिसाइल परिक्षण से दुनियाभर में हड़कंप मच गया।
केसीएनए की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर कोरिया के तानाशाह शासक किम जोंग उन ने कहा कि हमारा अंतिम लक्ष्य सैन्य ताकत में अमेरिका की बराबरी करना है ताकि अमेरिकी नेता हमें धमकाने का साहस न कर सकें।
इससे पहले प्योंगयांग ने शुक्रवार को इस माह में दूसरी बार मध्यम से लंबी दूरी तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था जिसकी अमेरिका ने कड़ी निंदा करते हुए उसे सैन्य कार्रवाई करने की धमकी दी थी। हाल ही में उत्तर कोरिया ने हाइड्रोजन बम का सफलतापूर्वक परीक्षण करने का भी दावा किया था।
सुरक्षा परिषद ने की निंदा: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया की ओर से किए गए नवीनतम बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण को 'अपमानजनक कार्रवाई' बताते हुए उसकी कड़ी निंदा की है। सुरक्षा परिषद ने एक वक्तव्य जारी कर उत्तर कोरिया के इस मिसाइल परीक्षण को न केवल कोरियाई प्रायद्वीप बल्कि संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों के लिए भी खतरा बताया है।
शांतिपूर्ण समाधान चाहता है अमेरिका: अमेरिका ने कहा कि उसके पास उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षणों से निपटने के लिए सैन्य विकल्प है लेकिन वह शांतिपूर्ण समाधान को तरजीह देता है। उसने युद्ध के मुहाने पर खड़ी दुनिया को बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हरसंभव प्रयास करने की अपील की।
अमेरिका को खतरा नहीं : उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को जापान के ऊपर से और प्रशांत महासागर में मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल दागी। हालांकि नोर्थ अमेरिकन एयरोस्पेस डिफेंस कमांड (एनओआरएडी) ने कहा कि बैलिस्टिक मिसाइल से उत्तर अमेरिका को खतरा नहीं है। (एजेंसियां)