पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े फैसले लिए। इन फैसलों के बाद पाकिस्तान बौखला गया है। पाकिस्तान का कहना है कि भारत ने पानी रोका तो इसे युद्ध माना जाएगा। पाकिस्तान ने अपना एयरस्पेस भी बंद कर दिया है। उसने सभी भारतीयों को 30 अप्रैल तक पाकिस्तान छोड़ने के लिए कहा है। पाकिस्तानी सेना में भी हमले का खौफ बना हुआ है।
गुरुवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में इस्लामाबाद में हुई राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक के बाद पाकिस्तान ने भी कई बड़े फैसले लिए। भारत के फैसले पर अब पाकिस्तान ने भी सख्त फैसले लिए है। भारत ने कल पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करने के विभिन्न निर्णयों के अंतर्गत वाघा बार्डर पोस्ट बंद करने, सार्क वीजा निलंबित करने, राजनयिक मिशनों की संख्या घटाने के साथ-साथ सिंधु जल संधि को भी तब तक निलंबित करने की घोषणा कि है जब तक कि पाकिस्तान अपना रवैया नहीं बदलता
भारत पाकिस्तान के बीच सभी द्विपक्षीय समझौते स्थगित कर दिए गए।
शिमला समझौते 1972 को भी स्थगित करने की चेतावनी दी गई।
वाघा बॉर्डर को बंद करने का ऐलान किया गया।
पाकिस्तान ने भारत के लिए एयर स्पेस बंद करने का भी फैसला लिया है।
आतंकियों की मिट्टी पलीद कर देंगे
पहलगाम हमले के बाद भारत ने बुधवार को पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई सीसीएस की बैठक के बाद पाकिस्तान पर 5 सख्त फैसले लिए थे। इसके बाद आज बिहार में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि आतंकियों की मिट्टी पलीद कर दी जाएगी।
पाकिस्तान ने क्या-क्या फैसले लिए
पाकिस्तान ने इसके साथ ही भारत के बुधवार के फैसलों के जवाब में उसी तरह सीमा के रास्ते आवागमन, सार्क वीजा और राजनयिक मिशनों के कर्मचारियों की संख्या में कटौती की भी घोषणा की है। पाकिस्तान ने यह निर्णय मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी घटना के बाद अपने खिलाफ भारत द्वारा विभिन्न कदमों के जवाब में किया है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की यहां हुई बैठक के बाद जारी बयान में कहा गया कि समिति ने पाकिस्तान ने भारत के साथ लगे वाघा सीमा चौकी के मार्ग को तत्काल बंद कर दिया है और भारत के साथ सीमा पार का आवागमन पूरी तरह निलंबित किया जा रहा है।
सिख तीर्थयात्रियों को छूट
बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान सार्क वीजा छूट योजना के तहत भारतीय नागरिकों के लिए जारी सभी वीजा निलंबित कर रहा है जिसमें केवल सिख तीर्थयात्रियों को छूट दी जायेगी। इस तरह के वीजा पर पाकिस्तान में रह रहे भारतीयों (सिख तीर्थयात्रियों को छोड़कर) को 48 घंटे के अंदर पाकिस्तान छोड़ना होगा।
बयान के मुताबिक पाकिस्तान में इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग में नियुक्त थल, नव और वायु सेना के सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित करते हुए उन्हें हद से हद 30 अप्रैल तक पाकिस्तान से निकल जाने का समय दिया है और कहा कि इन पदों को समाप्त समझा जायेगा। इन पदों पर नियुक्त अधिकारियों के सहायक कर्मियों को भारत वापस जाने का निर्देश दिया गया है।
बयान में कहा गया है कि 30 अप्रैल तक राजनयिकों और कर्मचारियों की संख्या 30 तक सीमित कर दी जाएगी। बैठक में प्रधानमंत्री शरीफ के अलावा सेना और रक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
पाकिस्तान कि एनएससी ने भारत में सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति बैठक के बाद कल जारी घोषणाओं को धमकीभरा बताते हुए उसकी निंदा की है। पाकिस्तान ने कहा कि सिंधु नदी जल संधि के अनुसार पाकिस्तान के पानी के प्रवाह को रोकने या उसका रास्ता बदलने तथा धारा के निचले क्षेत्र के देश के अधिकारों को हड़पने के किसी भी प्रयास को युद्ध की कार्रवाई माना जायेगा और उसका राष्ट्र के पास सभी उपलब्ध शक्तियों के साथ पूरे बल से उत्तर दिया जाएगा। इनपुट एजेंसियां