हाफिज सईद को बचाने के लिए पाकिस्तान का नया पैंतरा, बदल दिए जज

Webdunia
गुरुवार, 26 सितम्बर 2019 (09:13 IST)
लाहौर। मुंबई हमलों के मास्टरमांइड हाफिज सईद की याचिका पर सुनवाई कर रही दो सदस्यीय पीठ को बुधवार को पाकिस्तान के लाहौर हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने बदल दिया है। सईद ने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ याचिका दायर कर रखी थी।
 
सईद पर अमेरिका ने एक करोड़ अमेरिकी डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है तथा उसे संयुक्त राष्ट्र की ओर से आतंकवादी घोषित कर रखा है। उसे आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन मुहैया कराने के आरोप में लाहौर की कोट लखपत जेल में रखा गया है।
ALSO READ: भारत का बड़ा कदम, मसूद अजहर, हाफिज सईद और दाऊद आतंकवादी घोषित
इस मामले की की सुनवाई कर रही पीठ अदालत के एक अधिकारी ने बताया कि लाहौर हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने सईद के मामले को न्यायमूर्ति मजहर अली नकवी और न्यायमूर्ति मुश्ताक अहमद की पीठ से न्यायमूर्ति मोहम्मद कासिम खान की अध्यक्षता वाली 2 सदस्य पीठ को भेज दिया तथा न्यायमूर्ति खान की पीठ आतंकवाद से जुड़े अन्य मामलों पर भी सुनवाई कर रही है।
ALSO READ: टेरर फंडिंग मामले में आतंकी हाफिज सईद दोषी करार, अब गुजरात में चलेगा मुकदमा
गत 27 अगस्त को हुई पिछली सुनवाई के दौरान नकवी की पीठ ने सईद और जमात-उद-दावा तथा फलाह-ए-इंसानियत के 67 अन्य नेताओं की याचिका पर पंजाब पुलिस के आतंकवादरोधी विभाग (सीटीडी) को दो सप्ताह के भीतर जवाब देने के लिए कहा था। याचिकाकर्ताओं के वकील एके दोगर ने सुनवाई में कहा था कि सईद का अल कायदा या अन्य किसी आतंकवादी संगठन से कोई संबंध नहीं है।
 
अधिकारी को भी तलब किया : सईद और अन्य नेताओं की गिरफ्तारी के बारे में विस्तार से बताने के लिए सीटीडी के संबंधित अधिकारी को भी पीठ ने टेरर फंडिग के मामले में तलब किया था और इस मामले में सुनवाई 25 सितंबर को होने वाली थी, लेकिन पीठ बदल दी गई।
 
मुंबई हमले के आरोप खारिज किए थे : दोगर अपने मुवक्किल के बचाव में दलील दी थी कि भारतीय लॉबी उनके मुवक्किल के खिलाफ दुष्प्रचार कर रही है जिनका मुंबई हमलों से कोई लेना-देना नहीं है।
 
23 मामले दर्ज : याचिकाकर्ताओं के खिलाफ आतंकवादरोधी विभाग ने पंजाब प्रांत के विभिन्न शहरों में टेरर फंडिंग के आरोपों में 23 मामले दर्ज किए हैं और ये मामले अल-अनफाल ट्रस्ट, दावतुल इरशाद ट्रस्ट और मुआज बिन जबल सहित ट्रस्टों या गैर-लाभकारी संगठनों (एनपीओ) के नाम पर अर्जित आस्तियों और संपत्तियों के जरिए टेरर फंडिंग के लिए धन जुटाने को लेकर लाहौर, गुजरांवाला और मुल्तान में दर्ज किए गए हैं।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

मोहन भागवत के बयान पर भड़के असदुद्दीन ओवैसी, बोले- RSS और मुसलमान समंदर के 2 किनारे हैं जो...

Operation Sindoor से Pakistan में कैसे मची थी तबाही, सामने आया नया वीडियो

लश्कर का खूंखार आतंकी सैफुल्लाह खालिद पाकिस्तान में ढेर, भारत में हुए 3 बड़े आतंकी हमलों में था शामिल

दरवाजे पर बारात और दुल्हन ने दुनिया को कहा अलविदा, झोलाछाप डॉक्टर के कारण मातम में बदली खुशियां

हिमाचल में साइबर हैकरों ने की 11.55 करोड़ की ठगी, सहकारी बैंक के सर्वर को हैक कर निकाले रुपए

सभी देखें

नवीनतम

संभल जामा मस्जिद मामले में मुस्लिम पक्ष को तगड़ा झटका

ममता बोलीं, केंद्र से औपचारिक अनुरोध प्राप्त होने पर ही बहुदलीय राजनयिक मिशन में वे अपने प्रतिनिधि भेजेंगी

उत्तराखंड में अर्धसैनिक बलों के जवानों से मिले केन्द्रीय मंत्री जेपी नड्‍डा

भोपाल में 8 हजार पेड़ काटने की तैयारी के विरोध में प्रदर्शन, पेड़ों से चिपककर और रक्षा सूत्र बांध कर विरोध प्रदर्शन

Priyanka Senapati: कौन हैं यूट्यूबर प्रियंका सेनापति? पाकिस्‍तानी जासूस ज्योति मल्होत्रा से क्‍या है कनेक्‍शन?

अगला लेख