पाकिस्तान ने भारत को चेतावनी दी है, इस चेतावनी के पीछे ऊंचाई पर उड़ने वाली कथित भारतीय वस्तु है। पाकिस्तान ने कहा कि इस हरकत के परिणाम अप्रिय हो सकते हैं।
बता दें कि यह वस्तु पाकिस्तान की सीमा में क्रैश हो गई थी। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने अपने स्टेटमेंट में बताया है कि उसने शुक्रवार को इस्लामाबाद में मौजूद भारतीय दूतावास के प्रमुख को बुलाकर विरोध दर्ज कराया।
पाकिस्तान की तरफ से इसे बिना उकसावे के अपने हवाई क्षेत्र का उल्लंघन बताया। पाकिस्तान ने भारत से कहा है कि वो इस घटना की जांच करे। पाकिस्तान का कहना है कि इस वस्तु से उसकी नागरिक उड़ानों और नागरिकों के जीवन पर खतरा हो गया था।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक पाकिस्तान ने भारत को एक बयान में चेतावनी दी, उसने कहा,
भारत लापरवाही के अप्रिय परिणामों को ध्यान में रखे और भविष्य में इस तरह के उल्लंघन को रोकने के लिए प्रभावी उपाय करे।
बता दें कि दोनों परमाणु हथियारों से लैस पड़ोसी तीस युद्ध लड़ चुके हैं और कई सैन्य झड़पें आपस में हो चुकी हैं। हालिया तनाव 2019 में बना था जब दोनों देशों की वायुसेना आपस में टकराई थी।
गुरुवार देर रात जल्दबाजी में बुलाई गई न्यूज़ कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने कहा कि पाकिस्तानी एयर फोर्स डिफेंस ऑपरेशन सेंटर की जानकारी में 9 मार्च को भारतीय सीमा के भीतर तेज गति से उड़ने वाली वस्तु आई।
उन्होंने कहा कि यह कैसी वस्तु थी, इस बारे में पता नहीं लेकिन वो पाकिस्तान के शहरर मियां चन्नू में क्रैश हुई। यह भारत के हरियाणा के शहर सिरसा से उड़ी थी। भारत इस घटना की जांच के बारे में जानकारी साझा करे।
पाकिस्तान के सैन्य प्रवक्ता इफ्तिखार ने कहा," इस वस्तु की उड़ान से भारत और पाकिस्तान के एयरस्पेस में कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय यात्री उड़ानें खतरें में आईं और साथ ही ज़मीन पर इंसानी ज़िंदगी और प्रॉपर्टी भी खतरे में पड़ी।"
पाकिस्तान के एयरफोर्स अधिकारी ने पत्रकार वार्ता में बताया कि इस वस्तु की फॉरेंसिक जांच की जा रही है और शुरुआती जांच में ऐसा लगता है कि यह सतह से सतह पर मार करने वाली एक सुपरसॉनिक मिसाइल थी, लेकिन इसमें हथियार नहीं लगा था।
उन्होंने कहा कि 3 मार्च को इसने 40,000 फीट की ऊंचाई पर यात्रा की और क्रैश होने से पहले पाकिस्तानी एयरस्पेस में 124 किलोमीटर तक घुस चुकी थी।
इफ्तिखार ने कहा कि सेना किसी नतीजे पर नहीं पहुंचेगी जब तक भारत की तरफ से स्पष्टीकरण नहीं आ जाता। लेकिन पाकिस्तान अपने हवाई क्षेत्र के उल्लंघन का कड़ा विरोध करता है। जिस भी कारण यह घटना हुई, भारतीयों को इसका स्पष्टीकरण देना होगा।