पेरिस/इस्लामाबाद। पाकिस्तान फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की बढ़ी हुई निगरानी सूची या ग्रे लिस्ट में बना रहेगा। एफएटीएफ ने गुरुवार को यह घोषणा की। एफएटीएफ के अध्यक्ष डॉ. मार्कस प्लीयर ने कहा कि पाकिस्तान लगातार बढ़ी हुई निगरानी सूची में रहेगा।
पाकिस्तान आतंकवाद के वित्तपोषण और मनी लॉन्ड्रिंग से निपटने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं करने को लेकर जून 2018 से एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में है। डॉ. प्लीयर ने कहा कि पाकिस्तान को कुल 34 सूत्री दो कार्ययोजनाएं पूरी करनी थीं। उसने अब तक 30 पर ही कार्रवाई की है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को यह दिखाने की जरूरत है कि उसने संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित कुख्यात आतंकवादियों के खिलाफ आतंकवाद के वित्तपोषण से निपटने के लिए कार्रवाई की है। FATF अध्यक्ष प्लेयर ने कहा कि 'तुर्की भी ग्रे लिस्ट में हैं।
तुर्की को अपने एक्शन प्लान पर कारगर कार्रवाई दिखानी होगी। साथ ही गैर सरकारी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई में भी पारदर्शिता दिखानी होगी। हालांकि मॉरीशस और बोत्सवाना FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर हो गया है। जिम्बाब्वे का भी रिकॉर्ड सुधरा है। FATF टीम के ऑनसाइट दौरे के बाद ज़िम्बाब्वे को राहत मिल सकती है।