भीमकाय पांडाओं को जीवित रखना बहुत कठिन

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वॉशिंगटन (अमेरिका)। वॉशिंगटन डीसी के स्मिथसनियन'स नेशनल जू में भीमकाय पांडा बहुत ही प्यारे और आकर्षक दिखते हैं लेकिन इनकी देखरेख करने वाली मार्टी डियरी का कहना है कि लोगों को यह पता नहीं है कि इन्हें जीवित रखना कितना दुष्कर काम है। न केवल इनकी देखरेख करने वाला स्टाफ, वरन इनके प्रजनन का ध्यान रखने वाली टीम, पशु चिकित्सक और समूचा जू स्टाफ इनको बचाए रखने के लिए हरसंभव प्रयास करता है। 
 
उल्लेखनीय है कि इस प्राणी संग्रहालय में कुछ समय पहले ही नए पांडा बाओ-बाओ का पहला जन्मदिवस मनाया गया। जब से संग्रहालय में बाओ-बाओ में जन्म लिया है, तब से यहां आने वाले दर्शकों की संख्या में 30 फीसदी बढ़ोतरी हुई। प्रजनन टीम के लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है कि कैसे मादा को गर्भधारण के लायक बनाया जाए। बाओ-बाओ का जन्म मेई शियांग और तियान तियान के मिलन से हुआ था। चूंकि इससे पहले इस प्राणी संग्रहालय में और पांडा शिशु का जन्म नहीं हुआ था, इस कारण से वयस्क पांडा जीवन और उनके बच्चों को लेकर किसी को कई अनुभव नहीं था।
 
डियरी का कहना है कि यह मौका बहुत मूल्यवान था लेकिन मादा कुदरती तरीकों से गर्भवती नहीं हो रही थी, इस कारण से उसका कृत्रिम गर्भाधान कराया गया। हालांकि मादा पांडा साल में मात्र एक बार गर्भधारण करने को तैयार होती है लेकिन फिर भी जीव वैज्ञानिक चाहते हैं कि जहां तक संभव हो, मादा कुदरती तरीके से ही गर्भधारण करे अन्यथा दूसरा तरीका तो प्रचलित है ही। कृत्रिम गर्भाधान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद यह तय करने में 12 से 24 घंटे लग जाते हैं। 
 
बाओ-बाओ का जन्म 23 अगस्त 2013 को हुआ था तब वह मात्र 4.8 औंस की थी। बाद में उसका वजन 47 पौंड्‍स का हो गया था और उसके माता-पिता में से प्रत्येक का वजन 200 पौंड से अधिक ही था। पांडा बच्चों को पैदा करने में इतनी मुश्किलें होती हैं कि इस तरह की कोशिश करने वालों को ऐसा कोई कार्यक्रम समय और पैसों की बरबादी ही नजर आती है। टिमोथी लेविन नामक वैज्ञानिक का कहना है कि 'पांडा निकम्मी और बर्बाद करने वाली प्रजाति' है।
 
नेशनल जू में जन्म लेने वाली बाओ-बाओ केवल दूसरी जीवित पांडा है। इससे पहले 2012 में भी मेई शियांग ने 1 बच्चे को जन्म दिया था लेकिन उसकी एक सप्ताह बाद मौत हो गई थी। उस बच्चे में कुछ और दोष भी थे जिनके चलते वह जिंदा नहीं रह सका। जब बाओ-बाओ 4 वर्ष की हो जाएगी तो उसे चीन भेज दिया जाएगा, जहां वह सारी उम्र वहीं रहेगी और ब्रीडिंग प्रोग्राम में शामिल कर ली जाएगी।
 
जू के वयस्क पांडाओं को वॉशिंगटन डीसी में रखा जाता है, जहां पर 'जाइंट पांडा को-ऑपरेटिव रिसर्च एंड ब्रीडिंग एग्रीमेंट' के तहत युवा पांडाओं का पालन-पोषण किया जाता है। अमेरिका के नेशनल जू और चाइना वाइल्ड लाइफ कंजरवेशन एसोसिएशन के बीच सहयोग का समझौता हुआ था। इस समझौते के तहत अमेरिका चीन से आने वाले पांडाओं पर करीब साढ़े 5 लाख डॉलर खर्च करता है। पांडा बच्चों की देखभाल करने वाले इन्हें इस तरह प्रशिक्षित करते हैं ताकि वे चीन जाकर अपने देश के वातावरण में स्वाभाविक तरीके से रह सकें।
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