पेरिस समझौते में अलग-थलग पड़ा अमेरिका

Webdunia
बुधवार, 8 नवंबर 2017 (17:08 IST)
बॉन। सीरिया के जलवायु परिवर्तन को लेकर पेरिस समझौते में शामिल होने के फैसले के बाद अमेरिका दुनिया का अकेला देश रह गया है, जो इसके विरोध में है। जर्मनी के बॉन शहर में चल रहे जलवायु सम्मेलन में सीरिया ने यह जानकारी दी है।
 
गौरतलब है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसी साल जून में अमेरिका को पेरिस समझौते से अलग कर लिया था। पेरिस समझौता जलवायु परिवर्तन रोकने के लिए सबसे अहम वैश्विक समझौता है। इस समझौते के तहत दुनियाभर के देश जलवायु परिवर्तन रोकने के लिए एक साथ आए हैं।
 
वर्ष 2015 में जब पेरिस समझौता हुआ था तब सिर्फ सीरिया और निकारागुआ ही इससे बाहर थे लेकिन इसी साल अक्टूबर में निकारागुआ भी समझौते में शामिल हो गया। हालांकि समझौते के नियमों के तहत अमेरिका 2020 में ही इससे बाहर हो सकेगा। 
 
ट्रंप ने समझौते से अलग होने का ऐलान करते हुए कहा था कि ये समझौता चीन और भारत जैसे देशों को फायदा पहुंचाता है जबकि अमेरिका जैसे देश को दंडित करता है और इसकी वजह से अमेरिका में लाखों नौकरियां चली जाएंगी तथा समझौते की वजह से अमेरिकी अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान होगा। (वार्ता)
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख