कभी अमेरिका में पसंदीदा कुत्ता था पिट बुल, अब पूरी दुनिया में कैसे बन गया एक ‘खतरा’

Webdunia
मंगलवार, 25 अक्टूबर 2022 (13:34 IST)
नैशविले (अमेरिका), पचास साल पहले तक पिट बुल अमेरिका का पसंदीदा कुत्ता था। पिट बुल हर जगह मिल
जाते थे। वे विज्ञापन में लोकप्रिय थे। आरसीए विक्टर लेबल पर नीपर, ‘अवर गैंग’ कॉमेडी लघु फिल्मों में ‘पेटे द पप’ और प्रथम विश्व युद्ध के पोस्टर पर झंडे से लिपटा कुत्ता, सभी पिट बुल थे।

26 अक्टूबर को अमेरिका में राष्ट्रीय पिट बुल जागरूकता दिवस मनाया जाता है, ऐसे में अब पिट बुल कुत्‍तों को कैसे एक खतरे के तौर पर देखा जाने लगा है, जबकि कभी ये कुत्‍ते इंसान के सबसे पसंदीदा दोस्‍त थे। दरअसल, साल 1990 के दौरान अमेरिका में कई वजहों से पिट बुल रखने पर रोक लगा दी गई थी। इन वजहों में कुछ कुत्तों के हमले और बीमा कंपनियों की आशंका शामिल थे।

यह एक रिसर्च में सामने आया है। कॉलिन दयान अंग्रेजी के प्रोफेसर, रॉबर्ट पेन वॉरेन मानविकी के प्रोफेसर और कानून के प्रोफेसर वेंडरबिल्ट ने यह रिसर्च की है। उन्‍होंने जानकारी दी कि उन्‍होंने पुट बिल कुत्‍तों की तमाम एंगलों से रिसर्च की।

उन्‍होंने बताया कि उनकी किताबों ‘द लॉ इज ए व्हाइट डॉग’ और ‘विद डॉग्स एट द एज ऑफ लाइफ’ के लिए आदमी और कुत्तों के बीच रिश्तों पर शोध किया। इस दौरान इस बात की भी पड़ता की कि कैसे नियम-कानून पूरे वर्ग के प्राणियों को समान सुरक्षा से वंचित कर सकते हैं।

इन कुत्तों के साथ अपने अनुभव के आधार पर हमले सीखा कि पिट बुल स्वाभाविक रूप से खतरनाक नहीं होते हैं। अन्य कुत्तों की तरह, वे कुछ अलग स्थितियों में और कुछ मालिकों की वजह से खतरनाक हो सकते हैं। हालांकि मे केवल सभी पिट बुल ही नहीं, बल्कि किसी भी कुत्ते के साथ ऐसा हो सकता है।

बता दें कि पिट बुल काफी ताकवर होते हैं। इसके जबड़े की पकड़ का मुकाबला करना लगभग असंभव है। इसकी बहादुरी और ताकत इसे किसी भी स्थिति में परास्त नहीं होने देती है, चाहे कितना भी लंबा संघर्ष हो। वह उसी ताकत से हमला करता है।

इतना ही नहीं, दशकों से पिट बुल की सख़्त पकड़ ने ‘डॉगफाइटिंग’ (कुत्ते की लड़ाई) के खेल को प्रोत्साहित किया। इस खेल का अंत अक्सर मौत के साथ होता है। जीतने वाले जानवरों ने उन पर दांव लगाने वालों के लिए बड़ी रकम अर्जित की।

हालांकि कुत्तों पर सट्टा लगाना कोई बहुत अच्‍छा और उच्च श्रेणी का काम नहीं है। कुत्ते घोड़ों की तरह नहीं हैं, उन्हें पालने के लिए बहुत कम खर्च लगता है।

साल 1976 तक अमेरिका के सभी 50 प्रांतों में डॉगफाइटिंग को गैरकानूनी घोषित कर दिया गया था, हालांकि इसका अवैध कारोबार जारी रहा। जैसे ही, इस नस्ल पर प्रतिबंध लगा, कानूनी फैसलों ने इन कुत्तों को ‘समुदाय की सुरक्षा या स्वास्थ्य के लिए खतरनाक’ घोषित कर दिया।

1987 में पत्रिका ‘स्पोर्ट्स इलस्ट्रेटेड’ ने ‘बीवेयर आफ दिस डॉग’ (इस कुत्ते से सावधान रहें) शीर्षक के साथ कवर पृष्ठ पर एक पिट बुल की तस्वीर प्रकाशित की, जिसके दांत दिख रहे थे। टाइम पत्रिका ने भी इससे संबंधित ‘टाइम बॉम्ब्स ऑन लेग्स’ शीर्षक से एक लेख प्रकाशित किया।

पिट बुल को एक समय ‘अमेरिकन केनेल क्लब’ द्वारा एक अमेरिकी स्टैफोर्डशायर शिकारी कुत्ते के तौर पर मान्यता दी गई थी, लेकिन अब ‘पिट बुल प्रकार’ के तौर पर वर्गीकृत किसी भी कुत्ते को कई समुदायों में गैर-कानूनी माना जाता है। उदाहरण के लिए, मैरीलैंड कोर्ट ऑफ अपील्स ने कुत्ते से जख्मी होने के मामलों में प्रांत के सामान्य कानून को संशोधित किया। पिट बुल जीन युक्त कोई भी कुत्ता कानून के मामले में ‘स्वाभाविक रूप से खतरनाक’ है।
Edited: By Navin Rangiyal

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