अमेरिकी इंटेलिजेंस की रिपोर्ट : रूस से जुड़े प्रदर्शनकारी मोल्दोवा में फैला रहे अशांति

Webdunia
शनिवार, 11 मार्च 2023 (23:03 IST)
व्हाइट हाउस के मुताबिक, अमेरिकी इंटेलिजेंस अफसरों का मानना है कि कुछ लोगों का रूसी इंटेलिजेंस के साथ ताल्लुक है और उनका मकसद मोल्दोवा की सरकार के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों का इस्तेमाल मौजूदा Pro-Western सरकार को गिराने में करना चाह‍ते हैं।

नेशनल सिक्योरि‍टी काउंसिल के प्रवक्ता जॉन किर्बी (John Kirby) ने कहा कि इंटेलिजेंस रिपोर्ट्स के अनुसार रूस से जुड़े लोग मोल्दोवा में प्रदर्शनकारियों को ट्रेनिंग और विद्रोह फैलाने में मदद कर सकते हैं। किर्बी का कहना है कि मोल्दोवा यूरोप से जुड़ रहा है ऐसे में रूस मोल्दोवियन सरकार को कमजोर कर 'रशियन फ्रेंडली' प्रशासन को ताकत में लाना चाहता है। 

मोल्दोवा और उसके पड़ोसी देश यूक्रेन को एक ही दिन यूरोपियन यूनियन का केंडि‍डेट चुना गया था। मोल्दोवा की राजधानी, चिशिनाउ में पिछले कुछ हफ्तों से सरकार के खिलाफ प्रदर्शन देखने को मिले हैं। इन प्रदर्शनों को  'Movement for the People' नामक समूह के द्वारा आयोजित किया जा रहा है।

इन्हें मोल्दोवा की 'रशियन फ्रेंडली' शोर पार्टी (Shor Party) के सदस्यों द्वारा सहयोग प्रदान किया जा रहा है। शोर पार्टी के नेता Ilan Shor मोल्दो‍वा के अमीर उद्योगपति हैं, जिनका राज‍नीति में काफी प्रभाव है। शोर को रूस के झुकाव में काम करने के लिए ब्रिटेन और अमेरिका द्वारा प्रतिबंधित लोगों की सूची में शामिल किया गया है।

ऐतिहासिक तौर पर सोवियत यूनियन का भाग रह चुके मोल्दोवा ने अपने स्वतंत्रता की घोषणा सन् 1991 में की थी। मोल्दोवा को यूरोप के सबसे गरीब देशों में से एक माना जाता है। मोल्दोवा यूरोप के 27 देशों से जुड़ना चाहता है। रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से आर्थिक, एनर्जी और मानवीय संकटों से जूझ रहे मोल्दोवा को 265 मिलियन डॉलर्स की मदद कर चुका है अमेरिका। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख