काठमांडू। प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने पश्चिमी नेपाल के डडेलधुरा निर्वाचन क्षेत्र से भारी मतों के अंतर से लगातार सातवीं बार जीत दर्ज की है। उनकी नेपाली कांगेस पार्टी ने 11 सीटें जीत ली है और वह 46 अन्य सीटों पर आगे चल रही है। देउबा अपने 5 दशक के राजनीतिक करियर में कभी कोई संसदीय चुनाव नहीं हारे हैं।
हिमालयी देश में प्रतिनिधि सभा और सात प्रांतों की विधानसभाओं के लिए पिछले रविवार को मतदान हुआ था। मतों की गिनती सोमवार को शुरू की गई। डडेलधुरा सीट पर देउबा (77) को 25,534 वोट मिले, जबकि उनके निकटम प्रतिद्वंद्वी एवं निर्दलीय उम्मीदवार सागर ढकाल (31) को 1,302 मत हासिल हुए। नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष देउबा अभी पांचवीं बार प्रधानमंत्री के पद पर काबिज हैं।
ढकाल एक युवा इंजीनियर हैं, जिनकी पांच साल पहले बीबीसी के साझा सवाल कार्यक्रम में एक सार्वजनिक परिचर्चा के दौरान देउबा से मौखिक बहस हुई थी। इसके बाद उन्होंने यह कहते हुए देउबा को चुनौती देने का फैसला किया था कि अब युवाओं को राजनीति में आना चाहिए और देउबा जैसे वरिष्ठ लोगों को आराम करना चाहिए।
वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री के पी ओली की अगुवाई वाले मुख्य विपक्षी दल सीपीएन-यूएमएल (कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल-यूनिफाइड मार्क्ससिस्ट-लेनिनिस्ट) ने अभी तक तीन सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि 42 सीटों पर उसने बढ़त हासिल कर ली है।
नव गठित राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी ने काठमांडू जिले में तीन सीटें जीती हैं। राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी, सीपीएन-यूनीफाइड सोशलिस्ट और नागरिक उन्मुक्ति पार्टी ने एक-एक सीट हासिल कर ली है। अभी तक प्रतिनिधि सभा की 20 सीटों के चुनाव परिणाम की घोषणा की जा चुकी है।
नेपाल में संघीय संसद की 275 सीटों और सात प्रांतीय विधानसभाओं की 550 सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं। संघीय संसद के कुल 275 सदस्यों में से 165 का चयन प्रत्यक्ष मतदान के जरिये होगा, जबकि बाकी 110 को आनुपातिक चुनाव प्रणाली के माध्यम से चुना जाएगा।
इसी तरह, प्रांतीय विधानसभाओं के कुल 550 सदस्यों में से 330 का चयन प्रत्यक्ष, जबकि 220 का चयन आनुपातिक प्रणाली से होगा।
Edited by : Nrapendra Gupta (भाषा)