दक्षिण सूडान के हालात पहले से ज्यादा बदतर

Webdunia
शनिवार, 27 अगस्त 2016 (11:18 IST)
जोहानेसबर्ग। दुनिया के सबसे युवा राष्ट्र दक्षिण सूडान में शांति समझौते का 1 साल पूरा हो गया है लेकिन राष्ट्रपति सल्वा कीर और पूर्व उपराष्ट्रपति रीक माशर के समर्थकों के बीच गत जुलाई में फिर शुरू हुए खूनी संघर्ष से देश के हालात पहले से ज्यादा बदतर हो गए हैं।
 
शांति समझौते की पहली वर्षगांठ पर समझौते की निगरानी करने वाले समूह जॉएंट मॉनिटरिंग एंड इवेल्युएशन कमीशन के प्रमुख और बोत्सवाना के पूर्व राष्ट्रपति फेस्तस मोगेई ने एक साक्षात्कार में कहा कि देश के हालात पहले से भी ज्यादा खराब हो गए हैं। सबसे बड़ी समस्या सुरक्षा की है और इस दिशा में हमने सबसे कम प्रगति की।
 
उन्होंने कहा कि राजधानी जुबा का असैन्यीकरण किया जाना चाहिए। अधिकतर जवानों को उन इलाकों में तैनात करना चाहिए, जैसा शांति समझौते के अनुसार तय किया गया था और यहां शांति बहाल करने के लिए तटस्थ सेना की तैनाती करनी चाहिए। (वार्ता) 

Show comments

जरूर पढ़ें

क्या पाकिस्तान का मिटेगा नामोनिशान, युद्ध के हालातों में भारत के साथ हैं दुनिया के कौनसे देश

बिंदी हटाई, लगाए अल्लाहू अकबर के नारे, नहीं बच सकी पति की जान, बैसरन में ऐसे बरसीं गोलियां

रूस ने कर दिया खुलासा, Pakistan के खिलाफ कौनसा बड़ा एक्शन लेने वाला है भारत

पाकिस्तान ने भारत के लिए बंद किया एयरस्पेस, कहा- पानी रोका तो युद्ध माना जाएगा

पहलगाम के हमलावरों और उनके आकाओं को ऐसी सजा देंगे जिसकी कल्पना भी नहीं की होगी, बुरी तरह भड़के मोदी

सभी देखें

नवीनतम

कौन हैं बीएसएफ जवान पीके साहू, जिन्हें पाकिस्तान रेंजर्स ने किया गिरफ्तार

पाकिस्तानी खिलाड़ी को न्योता भेजने के लिए नीरज चोपड़ा की ईमानदारी पर उठे सवाल, बयां किया दर्द

पहलगाम नरसंहार के बाद से ही सहमा हुआ है जम्मू कश्मीर, धार्मिक स्थलों पर आतंकी हमले का डर

पहलगाम आतंकी हमले पर भड़के पंडित धीरेंद्र शास्त्री और पंडित प्रदीप मिश्रा, कहा हिंदुस्तान में हिंदू खतरे में

अजित पवार बोले, पहलगाम आतंकवादी हमले का बदला लेने के लिए पूरे भारत में भावनाएं उमड़ रहीं

अगला लेख