कोलंबो। श्रीलंका में ईस्टर के मौके पर रविवार को हुए सिलसिलेवार बम धमाकों में पश्चिम तटीय शहर नेगेम्बो का सेंट सेबेस्टियन गिरजाघर तबाह हो गया। यहां के एक उच्च पदस्थ पादरी का कहना है कि गिरजाघर की दीवारों पर खून के निशान और शवों के टुकड़े फैले हुए हैं। यहां तक कि गिरजाघर से लगती सड़क की भी यही हालत है।
अधिकारियों ने बताया कि सिलसिलेवार तरीके से 3 गिरजाघरों और 3 पांच सितारा होटल में हुए धमाकों में रविवार को 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। कोलंबो के आर्चडायोसिस के सोशल कम्युनिकेशन निदेशक फादर एडमंड तिलकरत्ने ने बताया कि यह विस्फोट ईस्टर प्रार्थना सभा के बाद हुआ। गिरजाघर के क्षेत्र में विस्फोट के बाद 30 शव पड़े हुए थे।
उन्होंने सीएनएन को बताया कि ईस्टर के अवसर पर करीब 1,000 लोग यहां आए थे, क्योंकि यह एक खास दिन है। कई लोग गांवों से आए थे। यह गिरजाघर 1946 में बना था। कैथोलिक चर्च इतिहास में सेंट सेबेस्टियन को शहीद माना जाता है।
कोलंबो के आर्चबिशप ने मांग की है कि इस विस्फोट के लिए जो भी जिम्मेदार हैं उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। कोलंबो में शंगरीला होटल में भी विस्फोट हुआ। होटल ने एक बयान में कहा कि वह इस घटना से सदमे में है और उनकी संवेदनाएं पीड़ित परिवार के साथ हैं। (भाषा)