सभी शांतिप्रिय राष्ट्रों को आतंकवाद के विरुद्ध एकजुट होना होगा : सुमित्रा महाजन

Webdunia
मंगलवार, 20 सितम्बर 2016 (23:02 IST)
कैंप ऑकलैंड। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने आज राष्ट्र प्रायोजित आतंकवाद के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि भारत सीमा पार से आतंकवादियों के कायरतापूर्ण हमलों का लंबे समय से शिकार रहा है और अब समय आ गया है कि आतंकवाद को पनाह देने वाले देशों को अलग-थलग किया जाए।
लोकसभा अध्यक्ष ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में भारत की दावेदारी का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत और न्यूजीलैंड दोनों महसूस करते हैं कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समक्ष आ रही चुनैतियों का सामना करने में संयुक्त राष्ट्र की वर्तमान व्यवस्थाएं अपर्याप्त हैं।
 
सुमित्रा महाजन ने यहां न्यूजीलैंड के कार्यकारी प्रधानमंत्री बिल इंग्लिश से भेंट की। इस दौरान उन्होंने राष्ट्र प्रायोजित आतंकवाद का मुद्दा उठाया और कहा कि भारत सीमा पार से आतंकवादियों के कायरतापूर्ण हमलों का लंबे समय से शिकार रहा है। उन्होंने आग्रह किया कि विश्व के सभी शांति प्रिय राष्ट्रों को आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए एकजुट होना होगा। 
 
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अब समय आ गया है कि आतंकवाद को पनाह देने वाले देशों को अलग-थलग किया जाए। भारत ऐतिहासिक और पारंपरिक रूप से अहिंसा का पुजारी रहा है, जो विश्व में समृद्धि, बंधुता और शांति को बढ़ावा देने के लिए सौहार्दपूर्ण सह-अस्तित्व की भावना में विश्वास रखता है।
 
सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए परमाणु ऊर्जा को एक महत्वपूर्ण घटक बताते हुए सुमित्रा महाजन ने कहा कि भारत की स्वच्छ उर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) की सदस्यता अत्यंत आवश्यक है। इसलिए परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में भारत की सदस्यता वैश्विक परमाणु अप्रसार लक्ष्यों को सुदृढ़ता प्रदान करेगी।
 
उन्होंने यह भी कहा कि इस सन्दर्भ में भारत न्यूजीलैंड के समर्थन और सहयोग की अपेक्षा रखता है। 
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में भारत की दावेदारी का उल्लेख करते हुए सुमित्रा महाजन ने इस बात को दोहराया कि दोनों देश महसूस करते हैं कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समक्ष आ रही चुनैतियों का सामना करने में वर्तमान संयुक्त राष्ट्र प्रणालियां अपर्याप्त हैं। 
 
उन्होंने विस्तारित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में स्थायी सदस्यता हेतु भारत की दावेदारी को न्यूजीलैंड द्वारा मान्यता दिए जाने की सराहना की। डेयरी और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में न्यूजीलैंड की उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए महाजन ने कहा कि इस विशेष क्षेत्र में उसके उल्लेखनीय अनुभव से भारत को सीखने की आवश्यकता है।
 
उन्होंने ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम में भारतीय उद्यमियों के साथ सहयोग करने के लिए न्यूजीलैंड के निवेशकों और उद्यमियों को आमंत्रित किया। उन्होंने यह भी कहा कि भारत और न्यूजीलैंड के बीच मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) से सम्बंधित वार्ता की प्रगति अत्यंत उत्साहवर्धक है।
 
न्यूजीलैंड का दौरा कर रहे भारतीय संसदीय शिष्टमंडल का नेतृत्व कर रही लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने न्यूजीलैंड हाउस ऑफ रिप्रेसेंटेटिव के स्पीकर डेविड कार्टर के साथ हुई बैठक में कहा कि भारत और न्यूजीलैंड के बीच संसदीय आदान-प्रदान और सहयोग की स्वस्थ परंपरा विद्यमान है। इससे दोनों देशों के बीच मित्रता और सद्भाव में बढ़ोतरी हुई है और भारत इस भावना को विकसित करने में विश्वास रखता है। उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों को सुदृढ़ करने में भारतीय समुदाय द्वारा निभाई जा रही रचनात्मक और सार्थक भूमिका की भी प्रशंसा की। (भाषा)
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