अब ताज के दीदार हुए आसान...

Webdunia
सोमवार, 5 मार्च 2018 (19:33 IST)
नई दिल्ली। ताजमहल का दीदार करने की चाहत रखने वाले पर्यटक अब लंबी कतारों से बच सकते हैं क्योंकि सरकार ने इस ऐतिहासिक धरोहर की टिकट खिड़की 45 मिनट पहले खोलने का फैसला किया है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की ओर से जारी दिशानिर्देश के अनुसार पर्यटकों से संबंधित ताजमहल का गेट सूर्योदय से 30 मिनट पहले खुलेगा और सूर्यास्त से 30 मिनट पहले बंद होगा।


लोकसभा में एक प्रश्न के उत्तर में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने सोमवार को यह जानकरी दी। मंत्री ने कहा कि ताजमहल के द्वार खुलने और बंद होने के समय में बदलाव किया गया है और टिकट खिड़की भी अब पहले खुलेंगी ताकि आगंतुकों को आसानी हो सके।

शर्मा ने कहा कि टिकट खिड़की सूर्योदय से 45 मिनट पहले खुलेगी और सूर्यास्त से 30 मिनट पहले बंद होगी। उन्होंने कहा कि 25 जनवरी, 2018 को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की ओर से जारी दिशानिर्देश के अनुसार पर्यटकों से संबंधित ताजमहल का गेट सूर्योदय से 30 मिनट पहले खुलेगा और सूर्यास्त से 30 मिनट पहले बंद होगा।

यह मुगलकालीन पर्यटन स्थल शुक्रवार को पर्यटकों के लिए बंद होता है। पहले इसके द्वार और टिकट खिड़कियां सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच के समय में खुली रहती थीं। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

बादल फटने, बाढ़ और भूस्खलन के लिए कौन है जिम्‍मेदार, जलवायु वैज्ञानिक ने दिया यह जवाब...

बिहार में वोटर लिस्ट विवाद के बीच चुनाव आयोग ने दी बड़ी राहत, बिना दस्तावेज के जमा करा सकेंगे गणना फॉर्म

चीन में बड़े बदलाव की आहट, क्या शी जिनपिंग 12 साल बाद छोड़ने जा रहे सत्ता? ताकत का बंटवारा क्यों कर रहा ड्रैगन का राजा

बिहार में वोटिंग लिस्ट पर बवाल, महुआ मोइत्रा ने सुप्रीम कोर्ट में दी EC के फैसले को चुनौती

ब्राजील पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी, कांग्रेस को क्‍यों याद आया 2012 का शिखर सम्मेलन

सभी देखें

नवीनतम

आतंकवादियों के खिलाफ प्रतिबंध लगाने में कोई हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए, ब्रिक्स में बोले PM मोदी

उज्जैन में मुहर्रम के दौरान बवाल, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

9 जुलाई से पहले भारत-अमेरिका अंतरिम व्यापार समझौते पर गेंद वाशिंगटन के पाले में

Maharashtra : भाषा विवाद में कूदे दिनेश निरहुआ, ठाकरे बंधुओं को दी यह चेतावनी

बादल फटने, बाढ़ और भूस्खलन के लिए कौन है जिम्‍मेदार, जलवायु वैज्ञानिक ने दिया यह जवाब...

अगला लेख