लंदन। ब्रिटेन के विश्वविद्यालयों में पढ़ने की इच्छा लेकर आने वाले भारतीय छात्रों के लिए राजधानी लंदन सबसे आकर्षक गंतव्य बनता जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय छात्र बाजार में विकल्प के तौर पर 2018-19 में जहां यह तीसरे स्थान पर था, वहीं 2019-20 के दौरान यह दूसरे स्थान पर रहा।
उच्च शिक्षा सांख्यिकीय एजेंसी (एचईएसए) की ओर से जारी नए आंकड़ों के अनुसार, लंदन के विश्वविद्यालयों में 13,435 भारतीय छात्र पंजीकृत हैं जो कि पिछले साल (7,185) के मुकाबले 87 प्रतिशत ज्यादा हैं।
हालिया आंकड़े को भारत के लिए वृद्धि का उल्लेखनीय दौर कहा जा रहा है, क्योंकि 2017-18 के दौरान लंदन को पढ़ाई के लिए विकल्प के रूप में चुनने के मामले में भारतीय छात्र चौथे स्थान स्थान पर थे।
लंदन के महापौर की अंतरराष्ट्रीय व्यापार, निवेश तथा प्रोमोशन एजेंसी एजुकेशन एंड टैलेंट एट लंदन एंड पार्टनर्स (एल एंड पी) की निदेशक लैलेज क्ले ने कहा, इन नए आंकड़ों से लंदन के विश्वस्तरीय विश्वविद्यालयों की स्थिति साबित होती है।
उन्होंने कहा,लंदन को चुनने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में वृद्धि से पता चलता है कि ब्रिटेन की राजधानी में पढ़ना और उसके बाद दो साल तक ब्रिटेन में रहने का विकल्प कई अवसर प्रदान करता है।(भाषा)