इस्ताम्बुल। तुर्की सरकार ने अमेरिका में रहने वाले धार्मिक नेता फतेहउल्लाह गुलेन के नेतृत्व में तख्तापलट की कोशिश करने के आरोप में 192 अन्य सैनिकों को हिरासत में लिया गया है। तुर्की सरकार के सूत्रों ने बुधवार को मीडिया को यह जानकारी दी।
तुर्की के सरकारी वकीलों के कार्यालय ने कहा है कि पूर्व ब्रिगेडियर जनरल और 30 पायलेट समेत वायुसेना के 99 सदस्यों को तुर्की के 20 प्रांतों में शुरू की गई जांच में आरोपों का सामना करना पड़ेगा। कार्यालय ने कहा कि हिरासत में लिए गए सभी सैन्यकर्मी धार्मिक नेता फतेहउल्लाह गुलेन के साथ संबंधों के संदिग्ध हैं।
तुर्की की सरकारी समाचार एजेंसी अनादोलु के अनुसार एक अन्य अभियान के अंतर्गत प्रशासन ने सेना, नौसेना और तटरक्षक बल के 93 कर्मचारियों को हिरासत में लिया है। तुर्की सरकार समय-समय पर दो वर्ष पहले जुलाई 2016 में तख्ता पलट की कोशिश करने वाले गुलेन सर्मथकों को हिरासत में लेने का अभियान चलाती रहती है।
गुलेन के नेतृत्व में तुर्की में तख्तापलट के इस प्रयास के दौरान 250 लोगों की मौत हो गई थी। वर्ष 1999 से ही पेनसिल्वानिया में रह रहे गुलेन तख्तापलट की कोशिश में हाथ होने इंकार करते रहे हैं। तुर्की की सरकार ने मंगलवार को भी इस सिलसिले में 132 लोगों को हिरासत में लिया था।
संयुक्त राष्ट्र ने मार्च में कहा था कि तुर्की में तख्तापलट के आरोप में अभी तक 1,60,000 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है और लगभग इसी संख्या में सरकारी कर्मचारियों को बर्खास्त किया जा चुका है। तुर्की के पश्चिमी सहयोगियों ने इस दमनात्मक कार्रवाई की कड़ी आलोचना की है।