नई दिल्ली। भारत भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण के लिए लंदन की एक अदालत ने मंजूरी दे दी है। यदि इस फैसले के बाद कोई अड़चन नहीं आई तो माल्या को भारत लाया जा सकेगा।
उल्लेखनीय है कि माल्या पर भारतीय बैंकों का करीब 9000 करोड़ रुपए का कर्ज है। इस बीच, माल्या ने भी कहा था कि वह बैंकों की मूल राशि लौटाने को तैयार है।
हालांकि विजय माल्या लंदन अदालत के इस फैसले को बड़ी अदालत में चुनौती दे सकता है। माल्या को 14 दिन के भीतर बड़ी अदालत में इस फैसले को चुनौती देनी होगी।
भारत सरकार लगातार उसके प्रत्यर्पण की कोशिश कर रही है। पिछले साल चार दिसंबर को लंदन की मजिस्ट्रेट अदालत में माल्या के खिलाफ सुनवाई शुरू हुई थी। इससे पहले 62 वर्षीय विजय माल्या ने अपने प्रत्यर्पण के खिलाफ कोर्ट में कहा था कि भारतीय जेलों की दशा ठीक नहीं है। वहां और प्रकाश की सुविधा नहीं है, जिसके बाद भारतीय अफसरों ने आर्थर रोड जेल का वीडियो कोर्ट को उपलब्ध कराया था।