संयुक्त राष्ट्र। पुलवामा हमले की जिम्मेदारी लेने वाले कुख्यात आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को बुधवार को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया जा सकता है।
पिछले दिनों जारी नोटीफिकेशन में कहा गया था कि अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस की तरफ से आतंकवादी मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी की सूची में शामिल करने और अलकायदा को सैंक्शन लिस्ट में शामिल करने का प्रस्ताव मिला है। सुरक्षा परिषद का एक अन्य स्थायी सदस्य रूस भी इस प्रस्ताव का समर्थन करेगा।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के किसी भी सदस्य द्वारा कोई आपत्ति नहीं जताई गई तो आज दोपहर 3 बजे तक जैश-ए-मोहम्मद चीफ मसूद अजहर पर प्रतिबंधित लगाया जा सकता है।
मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने की कवायद के बीच पाकिस्तान सरकार ने भारत के साथ तनाव कम करने के लिए जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर पर कार्रवाई करने का फैसला किया था। जिसके तहत पाकिस्तान ने कुछ आतंकवादी ठिकानों और मदरसों को कब्जे में ले लिया था।
क्या बोला अमेरिका : अमेरिका ने कहा है कि जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के लिए पर्याप्त आधार है और ऐसा नहीं किया जाना क्षेत्रीय स्थिरता एवं शांति के लिए खतरा होगा। विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता रॉबर्ट पलाडिनो ने कहा कि अजहर जैश-ए-मोहम्मद का संस्थापक और सरगना है तथा उसे संयुक्त राष्ट्र की ओर से आतंकवादी घोषित करने के लिए पर्याप्त कारण हैं।
चीन डाल सकता है अड़ंगा : हालांकि मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने की राह में चीन अड़ंगा लगा सकता है। हालांकि, अमेरिका और रूस ने चीन को अपना रुख बदलने के लिए दबाव भी डाला था।
इससे पहले सुरक्षा परिषद में अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित किए जाने की कई कोशिशों को पाकिस्तान का मित्र चीन बाधित कर चुका है। परिषद के पांच स्थायी सदस्यों में शामिल चीन अब तक यह कहता आया है कि अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं।