US president election : अमेरिकी चुनाव में राष्ट्रपति जो बाइडन की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने खुलकर बाइडन की उम्मीदवारी का विरोध किया है। राष्ट्रपति चुनाव के लिए उपराष्ट्रपति कमला हैरिस डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से फ्रंट रनर बनकर उभरी है।
वहीं, प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने बाइडन (81) को निजी तौर पर आगाह किया है कि यदि वह उम्मीदवारी की दौड़ से पीछे नहीं हटते हैं तो डेमोक्रेटिक पार्टी सदन में नियंत्रण हासिल करने की क्षमता खो सकती है। बताया जा रहा है कि पेलोसी ने बाइडन से यह भी कहा है कि वह रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को शायद नहीं हरा सकते।
डेमोक्रेटिक पार्टी के कई अन्य नेता भी बाइडन की उम्र के कारण उनसे राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी को लेकर फिर से विचार करने पर जोर दे रहे हैं। हालांकि बाइडन ने स्पष्ट कहा है कि वह मुकाबले से पीछे नहीं हट रहे हैं। उनका कहना है कि वह ऐसे उम्मीदवार हैं जिन्होंने ट्रंप को पहले भी हराया है और इस बार भी ऐसा ही करेंगे।
ALSO READ: ट्रंप और जेडी वेंस के सत्ता में आने की संभावना से जिन देशों को है डर
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन एक बार फिर कोविड-19 से संक्रमित हो गए हैं। हालांकि, उनमें संक्रमण के हल्के लक्षण हैं। इस वजह से उनका प्रचार अभियान थम सा गया है।
क्या बाइडन मान लेंगे हार : द न्यूयॉर्क टाइम्स ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडन के कई करीबी लोगों का मानना है कि बाइडन ने इस विचार को स्वीकार करना शुरू कर दिया है कि वह नवंबर में होने वाला चुनाव जीतने में संभवत: सक्षम नहीं हैं और उन्हें अपनी पार्टी के कई चिंतित सदस्यों की बढ़ती मांगों के आगे झुकते हुए दौड़ से बाहर होना पड़ सकता है। मीडिया खबरों में कहा गया कि बाइडन मिलवाउकी में रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन के बाद अपनी उम्मीदवारों को लेकर घोषणा कर सकते हैं।
ट्रंंप ने स्वीकारी दावेदारी : इस बीच डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के मिल्वौकी में रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन में मंच पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि मैं संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए आपके नामांकन को गर्व से स्वीकार करता हूं।
ट्रंप ने कहा कि अमेरिका एक नए स्वर्णिम युग की दहलीज पर है, लेकिन हमें इसे हासिल करने का साहस रखना होगा। हम हारेंगे नहीं। उन्होंने कहा कि अब विश्व के ऐसे सबसे सर्वश्रेष्ठ नेतृत्व की मांग और अपेक्षा करने का समय आ गया है जो साहसिक, गतिशील, मजबूत और निडर हो।
Edited by : Nrapendra Gupta