Political crisis in Bangladesh: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री फिलहाल तो भारत में ही हैं, लेकिन वे कहां जाएंगी, इस पर असमंजस बरकरार है। वे कुछ समय तो भारत में रह सकती हैं, लेकिन स्थायी रूप में उनका यहां बसना राजनीतिक कारणों से मुमकिन नहीं है। इस बीच, अमेरिका और ब्रिटेन में उन्हें शरण मिलने की फिलहाल तो कोई उम्मीद नहीं है। ऐसे में 5 देशों के नाम सामने आए हैं, जहां हसीना को शरण मिल सकती।
बताया जा रहा है कि शेख हसीना इन देशों में शरण के लिए प्रयासरत हैं। इनमें दो मुस्लिम देश भी हैं, लेकिन वहां उन्हें शरण मिल ही जाएगी, इसको लेकर अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं है। बांग्लादेश के जो हालात हैं, ऐसे में उनका अब वहां लौटना संभव नहीं है। क्योंकि उनकी पार्टी अवामी लीग के कई नेताओं की वहां उपद्रवियों ने हत्या कर दी है। उनके विदेश मंत्री (अब पूर्व) को भी एयरपोर्ट से हिरासत में ले लिया गया है।
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इन 5 देशों में मिल सकती है शरण : माना जा रहा है कि शेख हसीना रूस जा सकती हैं, क्योंकि रूस के साथ उनके संबंध अच्छे रहे हैं। हसीना बेलारूस भी जा सकती हैं, जहां उनका भतीजा रहता है। कतर भी शेख हसीना के लिए शरणगाह हो सकती है। बांग्लादेश के कतर के साथ भी अच्छे राजनयिक संबंध रहे हैं। हसीना सऊदी अरब में शरण लेने की संभावनाएं तलाश रही हैं। हालांकि इस मामले में चर्चा शुरुआती दौर में ही है।
एक अन्य देश फिनलैंड भी है, जहां शेख हसीना शरण ले सकती हैं। बताया जाता है कि यहां उनके कई रिश्तेदार हैं साथ ही बेटा-बेटी और अन्य रिश्तेदार वहां आसानी से आ-जा सकते हैं। इसके साथ ही भविष्य में वे फिनलैंड से यूरोप में भी शरण मिल सकती है। हालांकि फिनलैंड के विदेश मंत्रालय की ओर से दावा किया है, उसे इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है।
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क्या कहना है शेख हसीना के बेटे का : शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद जॉय ने जर्मनी के मीडिया संस्थान डॉयशे वेले को दिए साक्षात्कार के दौरान कहा कि उनकी मां अभी कुछ दिन भारत में ही रहेंगी। किसी तीसरे देश से शरण मांगने की हसीना की योजना के बारे में पूछे जाने पर जॉन ने कहा कि ये सभी अफवाहें हैं। उन्होंने अभी इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है। वह कुछ और समय के लिए दिल्ली में ही रहेंगी। मेरी बहन उनके साथ हैं। लिहाजा वह अकेली नहीं हैं। हसीना की बेटी सायमा वाजेद विश्व स्वास्थ्य संगठन की दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र की क्षेत्रीय निदेशक हैं, जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में है।
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ब्रिटेन द्वारा शरण दिए जाने में टालमटोल के बाद हसीना की लंदन यात्रा की योजना अधर में लटक गई है। रेहाना की बेटी ट्यूलिप सिद्दीकी ब्रिटिश संसद की सदस्य हैं। रेहाना पूर्व पीएम शेख हसीना की बहन हैं। राजनीति में आने के सवाल पर जॉय ने कहा कि अभी ऐसी कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि यह तीसरी बार है, जब हमारे परिवार के खिलाफ तख्तापलट किया गया है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala