जिनेवा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मलेरिया के इलाज में काम आने वाली जो दवा कोरोना वायरस से बचाव के लिए ले रहे हैं, उसके असर के बारे में अभी तक कोई स्पष्ट वैज्ञानिक आधार नहीं मिला है।
संगठन ने कहा कि वह कोविड-19 में दवा के इस्तेमाल की सिफारिश अभी भी केवल नियंत्रित नैदानिक परीक्षणों के लिए करता है। गौरतलब है कि ट्रंप ने सोमवार को कहा था कि वे हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन ले रहे हैं।
डब्ल्यूएचओ में आपातकालीन सेवा के प्रमुख डॉ. माइकल रेयान ने कहा कि जिन संभावित उपचारों का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर परीक्षण हो रहा है, यह उनमें से एक है। इन उपचारों के बारे में पता लगाया जा रहा है कि वे कोरोना वायरस के खिलाफ प्रभावी है या नहीं?
रेयान की बुधवार को आई टिप्पणी से संकेत मिलते हैं कि कोरोना वायरस महामारी को लेकर ट्रंप द्वारा बार-बार की जा रही उसकी आलोचना के आगे वह झुकने वाला नहीं है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि देशों की अपनी पसंद हो सकती है। (भाषा)