America-Venezuela Tension Update News : अमेरिका और वेनेजुएला के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। दोनों देश युद्ध के मुहाने पर खड़े हैं। अमेरिका ने कैरेबियन सागर में 10 हजार सैनिकों और करीब दर्जनों एयरक्रॉफ्ट कैरियर व युद्धपोतों की तैनाती करके युद्ध की आशंका को और बढ़ा दिया है। अमेरिका की युद्ध तैयारियों के जवाब में राष्ट्रपति मादुरो ने भी वार रूम में बैठक की। अब जवाब में वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने भी रूसी हथियारों की तैनाती कर दी है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लैटिन अमेरिका में सैन्य हलचलें तब बढ़ाई हैं, जब पिछले 3 दिनों में अमेरिका ने कैरेबियन सागर में कई तथाकथित ड्रग तस्करी वाली नावों को हवाई हमले में उड़ा दिया।
कैरेबियन सागर में हजारों अमेरिकी सैनिकों के अलावा कई विमानवाहक पोत, लड़ाकू जेट्स और मिसाइल डिस्ट्रॉयर्स सब कुछ वेनेजुएला के उत्तरी तट के सामने आ गए हैं। इस पर मादुरो ने गरजते हुए कहा, हम झुकेंगे नहीं। डोनाल्ड ट्रंप की सरकार निकोलस मादुरो के नेतृत्व वाली वेनेजुएलाई सरकार पर नशा तस्करों को शरण देने का आरोप लगाता रहा है।
विवाद को हवा तब मिली, जब ड्रग तस्करी का केंद्र मानते हुए ट्रंप की सरकार ने वेनेजुएला को नार्को-टेरर कार्टेल घोषित कर दिया। वहीं मादुरो का आरोप है कि राष्ट्रपति ट्रंप वेनेजुएला की सरकार को अस्थिर करना चाहते हैं, इसलिए वह ऐसे आरोप लगा रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि उनके कदम वेनेजुएला में मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए हैं, लेकिन अमेरिका की सैन्य तैयारियों का पैमाना कुछ और ही संकेत देता है।
वेनेजुएला ने कहा है कि उसके 5000 से ज्यादा एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल देश के अलग अलग हिस्से में अमेरिका के लड़ाकू विमानों को मारने के लिए तैयार हैं। वेनेजुएला और अमेरिका में तनाव को चरम पर पहुंचते देखकर संयुक्त राष्ट्र में भी खलबली मच गई।
संयुक्त राष्ट्र ने अपने संदेश में दोनों पक्षों को बातचीत की पेशकश की। संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने भी इन हमलों को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया है और जान गंवाने वाले लोगों की मौत को 'हत्या' बताया है। वहीं मादुरो सरकार ने कहा है कि वह अमेरिका की तरफ से सरकार गिराने के किसी भी प्रयास का कड़ा जवाब देगी।
Edited By : Chetan Gour