चीन ने अरुणाचल के पास तैनात PLA बटालियन को किया सम्मानित

Webdunia
सोमवार, 22 अगस्त 2016 (12:27 IST)
बीजिंग। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपनी सीमाओं की सुरक्षा में शानदार काम करने को लेकर अरुणाचल प्रदेश के पास तिब्बत में तैनात पीएलए की एक बटालियन को विशेष रूप से सम्मानित किया। सरकारी शिन्हुआ समाचार एजेंसी की खबर के मुताबिक शी ने मानद उपाधियां दिए जाने पर हस्ताक्षर किए।

 
रिपोर्ट में एक बयान के हवाले से बताया गया है कि ट्रूप 77,656 को अपनी सीमाओं की सुरक्षा, स्थिरता कायम करने और आपदा राहत में मदद करने में शानदार काम करने को लेकर अब 'मॉडल प्लेट्यू बटालियन' उपाधि दी जाती है। हालांकि खबरों में बटालियन की पहचान नहीं बताई गई है, वहीं भारतीय रक्षा अधिकारियों और रणनीतिक थिंक टैंकों ने कहा है कि यह गांगबा द्वितीय बटालियन है।
 
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि यह अरुणाचल प्रदेश के पास तिब्बत के गांगबा काउंटी के शिगात्से शहर आधारित है। तिब्बत मिलिट्री एरिया कमान के तहत काम करने वाली 6 बटालियनों में यह एक है।
 
वास्तविक नियंत्रण रेखा 3,488 किमी लंबी है। चीन कहता है कि सीमा विवाद 2,000 किलोमीटर क्षेत्र का है, जो मुख्य रूप से अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र में स्थित है, वहीं भारत कहता है कि यह विवाद समूचे एलएसी का है जिसमें अक्साई चिन भी शामिल है जिसे चीन ने 1962 के युद्ध के दौरान हथिया लिया था।
 
शी ने पनडुब्बी 372 को भी सम्मानित किया जिसके चालक दल ने उसे एक बड़ी आपदा का शिकार होने से बचाया था। एक अन्य बयान में शी ने 4 सैन्य इकाइयों को सम्मानित करने के लिए प्रशस्ति पत्र पर हस्ताक्षर किए। (भाषा)
Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख