गिरोह का सरगना विशाल चौधरी एक भारतीय नागरिक है, जिसे 100 से ज्यादा महिलाओं को तस्करी के जरिए ब्रिटेन लाने का दोषी पाया गया है। विशाल को क्रॉयडॉन क्राउन अदालत ने 31 साल की सजा सुनाई है।
35 साल के विशाल को यौन शोषण के मकसद से महिलाओं की तस्करी, उन्हें वेश्यावृत्ति में धकेलने सहित तीन आरोपों में कसूरवार पाया गया। तीनों आरोपों की कुल सजा उसे 31 साल सुनाई गई।
ब्रिटिश पुलिस विशाल की सजा पूरी होने के बाद उसे वापस भारत भेजने के लिए यूके बॉर्डर फोर्स से संपर्क करेगा।
न्यायाधीशों को बताया गया कि विशाल के भाई कुणाल ने किस तरह उसकी मदद की। कुणाल के पास ब्रिटिश नागरिकता है। मैनचेस्टर के डेलॉयट में वरिष्ठ लेखाकार के तौर पर काम करते हुए कुणाल ने ब्रिटिश नागरिकता हासिल की थी।
25 साल के कुणाल को तस्करी और आपराधिक संपत्ति छुपाने के आरोपों में दोषी पाते हुए आठ साल और 18 महीने की सजा सुनाई गई। (भाषा)