मोदी ने जीत बहादुर के परिवार को न सिर्फ खोज निकाला बल्कि उसे परिवार से मिलाने अपने साथ नेपाल भी ले गए।
नेपाल दौरे से पहले जीत बहादुर के बारे में बताते हुए पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा है 'नेपाल की इस यात्रा से मेरी कुछ व्यक्तिगत भावनाएं भी जुड़ी हुई हैं। बहुत साल पहले एक छोटा सा बालक जीत बहादुर असहाय अवस्था में मुझे मिला था। उसे कुछ पता नहीं था। कहां जाना है? क्या करना है? और वह किसी को जानता भी नहीं था। भाषा भी ठीक से नहीं समझता था।'
वहीं मोदी के प्यार दुलार में पला जीत बहादुर उन्हें अपना बड़ा भाई मानता है। मोदी ने ही उसे जिंदगी का पहला सबक सिखाया है। जीत बहादुर कहता है, उसके बड़े भाई यानि पीएम मोदी उसके लिए जीवन में सबसे अनमोल हैं। दुनिया आज नमो मंत्र गा रही है। वो तो सालों से उनका मुरीद है। जीत बहादुर अभी अहमदाबाद से बीबीए कर रहा है। गुजराती भी जानता है।
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