अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के जेट प्रोपल्शन लैबोरेटरी और विस्कोंसिन मेडिसिन विश्वविद्यालय के डॉ. केविन ब्रेंस ने गैस के इन विशालकाय ग्रहों के वातावरण के नए आंकड़ों का विश्लषेण करके बताया कि इन ग्रहों पर झिलमिलाते क्रिस्टल के रूप में बहुतायत मात्रा में कार्बन मौजूद है।
ब्रेंस ने कोलोराडो के डेनेवर में कैलिफोर्निया स्पेशियलिटी इंजीनियरिंग की मोना देलिस्तकी के साथ डिवीजन फॉर प्लैनेटरी साइंसेज की वार्षिक बैठक में अपने अप्रकाशित शोध के निष्कर्षों में बताया कि इन ग्रहों पर गरज-चमक के साथ तूफान के साथ ओलावृष्टि मीथेन को कार्बन में बदल देते हैं, जो गिरने पर ठोस होकर ग्रेफाइट का रूप ले लेते हैं और फिर हीरे में तब्दील हो जाते हैं।
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