भारत को चाहिए 'परमाणु क्लब' की सदस्यता

Webdunia
मंगलवार, 27 मार्च 2012 (09:46 IST)
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भारत ने परमाणु क्लबों का सदस्य बनाए जाने की पुरजोर वकालत करते हुए कहा कि इससे उसके परमाणु कार्यक्रम में उच्च अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन सुनिश्चित होगा तथा उसकी निर्यात नियंत्रण प्रणाली को और मजबूत करने में मदद मिलेगी।

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दूसरे परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत कभी भी संवेदनशील प्रौद्योगिकी के प्रसार का स्रोत नहीं रहा है तथा हम उच्च अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप अपनी निर्यात नियंत्रण प्रणाली को और मजबूत करने को लेकर प्रतिबद्ध हैं।

उन्होंने कहा कि भारत पहले ही परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) तथा मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (एमटीसीआर) के दिशानिर्देशों का पालन कर रहा है।

सिंह ने कहा ‍कि अपने जैसे अन्य देशों की तरह भारत भी वैश्विक अप्रसार लक्ष्यों को बढ़ावा देने की क्षमता तथा इच्छा रखता है और इसके लिये हमारा मानना है कि अगला तार्किक कदम चार निर्यात नियंत्रित व्यवस्थाओं में भारत की सदस्यता है। भारत एनएसजी, एमटीसीआर, वासेनार एरेंजमेंट तथा ऑस्ट्रेलियाई ग्रुप की सदस्यता हासिल करने को लेकर गंभीर है।

उन्होंने कहा कि विश्व को परमाणु हथियर से मुक्त बनाने के लिए परमाणु हथियार रखने वाले सभी देशों को बहुपक्षीय ढांचे में शामिल करना जरूरी है। (भाषा)
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