कैप्टन कूल धोनी का यह रूप पहले नहीं देखा

Webdunia
शनिवार, 9 मई 2015 (13:07 IST)
भारतीय क्रिकेट टीम को वनडे क्रिकेट में वर्ल्ड कप सहित कई महत्वपूर्ण जीत दिलवा चुके कप्तान महेंद्रसिंह धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के साथ साथ आईपीएल में भी अपनी कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स को बड़ी सफलताएं दिलवाई हैं, लेकिन शुक्रवार को मुंबई इंडियंस के खिलाफ चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान धोनी ने जो रूप दिखाया, वह क्रिकेट प्रेमियों ने पहले कभी नहीं देखा।
हुआ यूं कि अंतिम दो ओवर में मुंबई इंडियंस को जीत के लिए 30 रनों की आवश्यकता थी और अंबाती रायडू के साथ हार्दिक पांड्या क्रीज पर थे। पारी का 20वां ओवर ड्वेन ब्रावो से करवाना तय था, लेकिन 19वें ओवर के लिए धोनी के पास मोहित शर्मा, आशीष नेहरा जैसे विकल्प थे।

कमेंटेटर भी यही चर्चा कर रहे थे कि आशीष नेहरा अब तक महंगे साबित हुए हैं तो धोनी 19वां ओवर मोहित से ही करवाएंगे, लेकिन धोनी ने गेंद थमा दी स्पिन गेंदबाज पवन नेगी को।  धोनी का यह फैसला देखकर सभी आश्चर्यचकित थे।

करीबी मैच कैसे अपने कब्जे में लिया जाता है, यह कई बार धोनी ने अपनी कप्तानी से करके दिखाया है, लेकिन यहां उनसे बड़ी चूक हुई, क्योंकि अंतिम ओवरों में स्पिन गेंदबाज के खिलाफ रन बनाना अपेक्षाकृत आसान होता है और हुआ भी यही। नेगी को इस ओवर में पांड्या ने लगातार तीन छक्के लगाए और अंतिम गेंद पर रायडू ने भी एक छक्का जड़ दिया।

इस ओवर में कुल 25 रन बने और चेन्नई सुपर किंग्स के लिए मैच खत्म हो गया। जैसे ही मैच खत्म हुआ, धोनी अकेले ही पैवेलियन की ओर जाने लगे। इस दौरान वे गुस्से में नजर आए और उन्होंने बेमन से मुंबई इंडियंस के खिलाड़ियों से औपचारिक हाथ मिलाया। धोनी आमतौर पर इस अंदाज में नहीं देखे गए हैं, लेकिन घरेलू मैदान पर टीम की इस हार से वे काफी उखड़े नजर आए। 
 
मैच के बाद उन्होंने कहा कि वे नेगी से ओवर करवाने के लिए बाध्य हुए, क्योंकि हमारे तेज गेंदबाज अच्छी गेंदबाजी नहीं कर पाए थे। धोनी ने माना कि यह एक रणनीतिक भूल थी। मुंबई ‍इंडियंस ने 6 विकेट से यह मैच जीत लिया। 
 
Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?