मुंबई। ऐसा लग रहा था कि पिछले फाइनल की तरह शेन वॉटसन इस बार भी अपनी टीम को जीत तक ले जाएंगे लेकिन 80 रन बनाने वाले शेन वॉटसन का आखिरी ओवर में रन आउट होना चेन्नई को चोट पहुंचा गया और चेन्नई का चौथी बार खिताब जीतने का सपना टूट गया।हालांकि इस रन आउट से ज्यादा चर्चे रहे एक और रनआउट के जो मैच का टर्निग प्वाइंट भी माना जा रहा है।
चेन्नई दो विकेट जल्दी-जल्दी गिरने के बाद दबाव में आ गयी। अब मैदान पर वॉटसन का साथ देने उतरे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी लेकिन तेरहवें ओवर में धोनी के रन आउट का मामला फंस गया और तीसरे अंपायर ने कई रिप्ले देखने के बाद धोनी को रन आउट करार दे दिया। धोनी के रन आउट होते ही मुंबई का पूरा खेमा खुशी से उछल पड़ा। धोनी ने ओवर थ्रो होने पर दूसरा रन चुराने की कोशिश की और ईशान किशन का सीधा थ्रो स्टंप्स से टकरा गया। धोनी ने 8 गेंदों में 2 रन बनाए और चेन्नई का चौथा विकेट 82 के स्कोर पर गिरा।
इस रनआउट पर काफी विवाद गहराया । कई लोगों का मानना है कि साइड व्यू देखने के बाद बल्ले का एक हिस्सा क्रीज के अंदर था। वहीं फ्रंट व्यू मिलने के बाद यह पता लग रहा था कि बल्ला लाइन के उस पार ही है। अब ऐसी स्थितियों में अमूमन शंका का फायदा बल्लेबाज को मिलता है। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ और धोनी को आउट करार दिया गया।