बेंगलुरु। महेंद्र सिंह धोनी की अपने सदाबहार अंदाज में खेली गई तूफानी पारी (नाबाद 84 रन) के बावजूद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर रविवार को यहां खेले गए आईपीएल मैच में चेन्नई सुपरकिंग्स पर अंतिम गेंद पर 1 रन से करीबी जीत दर्ज करने में सफल रहा। धोनी ने अपनी 48 गेंदों की पारी में पांच चौके और सात छक्के लगाए।
धोनी ने ऐसे समय क्रीज पर कदम रखा जबकि चेन्नई छठे ओवर में 4 विकेट पर 28 रन बनाकर संघर्ष कर रहा था। धोनी ने इसके बाद अपने दम पर टीम को लक्ष्य के करीब पहुंचाया। धोनी ने इस मैच में सबसे लंबा 111 मीटर का छक्का उड़ाया।
चेन्नई को आखिरी ओवर में 26 रन की जरूरत थी। धोनी ने उमेश यादव की पहली पांच गेंदों पर पहले चौका, फिर दो छक्के, दो रन और फिर एक छक्का लगाया लेकिन आखिरी गेंद पर शार्दुल ठाकुर रन आउट हो गए जिससे बेंगलोर की आईपीएल में उम्मीदें बनी रही। चेन्नई ने 8 विकेट खोकर 160 रन बनाए।
इससे पहले बेंगलोर ने पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर पार्थिव पटेल (37 गेंदों पर 53 रन, दो चौके, चार छक्के) के अर्धशतक और मोईन अली (16 गेंदों पर 26 रन) के आखिरी क्षणों की तेजतर्रार पारी से 7 विकेट पर 161 रन बनाए।
चेन्नई की यह 10 मैचों में तीसरी हार जबकि बेंगलोर की इतने ही मैचों में तीसरी जीत है। चेन्नई अब भी शीर्ष पर और बेंगलोर सबसे निचले पायदान पर है।
जीत के लिए 161 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी चेन्नई की टीम को पहले ही ओवर में 2 विकेट गंवा बैठी थी। डेल स्टेन ने शेन वॉटसन (5) और सुरेश रैना (0) को पैवेलियन भेजकर चेन्नई का शीर्ष क्रम थर्रा दिया।
फाफ डु प्लेसिस 15 गेंदों पर 5 रन बनाकर उमेश की गेंद हवा में लहरा गए। पावर-प्ले से पहले केदरा जाधव (9) भी पैवेलियन लौट गये। उन्हें भी उमेश और एबी डिविलियर्स की जोड़ी ने आउट किया।
10 ओवर के बाद स्कोर 4 विकेट पर 57 रन था। धोनी और रायडू क्रीज पर थे। धोनी के पास तेजी से रन बनाकर उनके स्ट्राइक रेट की आलोचना करने वालों को जवाब देने जबकि रायडू के पास विश्व कप की निराशा को भुलाकर अच्छी पारी खेलने का मौका था।
लेकिन रायडू (29) ने अभी अपने हाथ खोलने शुरू ही किए थे कि चहले ने उनकी गिल्लयां गिरा दी। धोनी टिके रहे। अपनी पारी केा शुरू में स्टोइनिस पर छक्का लगाने वाले धोनी ने चहल की गेंद को छह रन के लिए भेजकर 16 ओवर में चेन्नई का स्कोर तिहरे अंक में पहुंचाया। उन्होंने स्टेन पर लांग ऑन पर छक्का लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया।
धोनी ने इसके बाद भी मोर्चा संभाले रखा लेकिन दूसरे छोर से उन्हें कोई सहयोग नहीं मिला। धोनी ने हालांकि अपनी तूफानी पारी से आलोचकों के मुंह बंद कर दिए।
इससे पहले बेंगलोर ने विराट कोहली (9) का विकेट जल्दी गंवा दिया, जिन्हें दीपक चाहर ने धोनी के हाथों कैच कराया। इसके बाद पार्थिव ने एबी डिविलियर्स (25) के साथ 47 और अक्षदीप नाथ (24) के साथ 41 रन की साझेदारियां की।
डिविलियर्स और पार्थिव ने हालांकि जिस तरह से लंबे शाट खेले उससे दर्शक आहलादित थे। लेकिन आखिर में डिविलियर्स को इसी तरह का शॉट खेलना महंगा पड़ा। जडेजा की गेंद अधिक स्पिन लेकर उनके बल्ले के किनारे पर आयी और सीमा रेखा पर फाफ डुप्लेसिस ने उसे कैच कर दिया। अक्षदीप भी लगभग इसी तरह से पवेलियन लौटे। इस बार भी गेंदबाज जडेजा और क्षेत्ररक्षक डु प्लेसिस थे।
कोहली का पिछले मैच में धमाकेदार अर्धशतक जमाने वाले मोईन को ऊपरी क्रम में नहीं भेजने का फैसला अजीबोगरीब रहा। पार्थिव अर्धशतक पूरा करने के तुरंत बाद जब ब्रावो के शिकार बने तब मोईन ने क्रीज पर कदम रखा। उन्होंने आखिरी ओवर में आउट होने से पहले अपनी पारी में पांच चौके लगाए।
डु प्लेसिस ने इस बीच मार्कस स्टोइनिस (14) के छह रन के लिए जा रहे शॉट को अन्य क्षेत्ररक्षक के हाथों कैच में बदलावकर अपने शानदार क्षेत्ररक्षण का एक और परिचय दिया। चेन्नई की तरफ से दीपक चाहर, रवींद्र जडेजा और ड्वेन ब्रावो ने दो-दो विकेट लिए।
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