नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2020 सत्र के संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में होने से कम से कम 50 ऐसे क्रिकेटरों को फायदा हो सकता है जिनका नाम कम लोग ही जानते हो। ये खिलाड़ी 8 फ्रेंचाइजी टीमों के साथ ‘विशेष’ नेट गेंदबाज के तौर पर यात्रा करेंगे।
चेन्नई सुपर किंग्स, कोलकाता नाइट राइडर्स और दिल्ली कैपिटल ने इस बात की पुष्टि की कि वे नेट गेंदबाजों की सूची तैयार कर रहे हैं। इस सूची में ज्यादातर प्रथम श्रेणी, अंडर -19 और अंडर -23 के राज्य स्तर के क्रिकेटर शामिल हैं, जिन्हें एक महीने तक महेन्द्र सिंह धोनी, सुरेश रैना, ऋषभ पंत जैसे बल्लेबाजों के खिलाफ नेट पर गेंदबाजी करने का मौका मिलेगा।
नेट अभ्यास के लिए आम तौर पर स्थानीय गेंदबाजों का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन टूर्नामेंट के लिए सख्त जैव-सुरक्षा उपायों के तहत सभी फ्रेंचाइजी को अभ्यास सत्र के लिए बेहतर गुणवत्ता वाले गेंदबाजों की व्यवस्था करनी होगी।
बीसीसीआई ने हालांकि टीमों में खिलाड़ियों की संख्या को 24 तक सीमित किया है। फ्रेंचाइजी के साथ हालांकि कितने लोग यात्रा करेंगे यह अभी तय नहीं है। यह संख्या विभिन्न टीमों में अलग-अलग हो सकती है। सुरक्षा की दृष्टि से यह माना जा रहा है कि आठ में से अधिकांश टीमें स्थानीय नेट गेंदबाजों को लेने से बचेंगी।
चेन्नई सुपर किंग्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) काशी विश्वनाथन ने मंगलवार को कहा, ‘अगर सब कुछ ठीक रहा तो हम अभ्यास सत्रों के लिए लगभग 10 गेंदबाजों को विशेष रूप से यूएई में ले जाने की योजना बना रहे हैं। वे टीम के साथ होंगे और टूर्नामेंट शुरू होने तक वहां रहेंगे।’
केकेआर ने यह भी पुष्टि की कि उनकी सूची में 10 नेट गेंदबाज भी होंगे। मुंबई के पूर्व कप्तान और उनके अकादमी कोच अभिषेक नायर इनका चयन करेंगे। केकेआर से जुड़े एक सूत्र ने बताया, ‘यह रणजी के अलावा देश के लिए अंडर-19 और अंडर-23 टूर्नामेंट खेल चुके खिलाड़ियों का मिश्रण होगा।’
दिल्ली कैपिटल्स भी लगभग छह नेट गेंदबाजों को ले जाने की योजना बना रहा है जो टीम के ‘बायो बबल’ में रहेंगे। फ्रेंचाइजी के एक सूत्र ने कहा, ‘वे टीम के साथ रहेंगे और नेट सत्रों के लिए टीम के साथ यात्रा करेंगे।’
राजस्थान रॉयल्स भी नेट गेंदबाजों की संख्या को अंतिम रूप देने का काम कर रहा है। रॉयल्स के साथ-साथ रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) भी अपनी-अपनी अकादमियों से गेंदबाजों का चयन कर सकते है।
आरसीबी के प्रतिभा पहचान से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘पूर्व भारतीय अंडर-19 खिलाड़ी आदित्य ठाकरे जैसे गेंदबाजों को इससे काफी फायदा हो सकता है। उनके पास आरसीबी नेट सत्रों में विराट कोहली को गेंदबाजी करने का मौका होगा। आदित्य आरसीबी डेवलपमेंट टीम का हिस्सा है।’ यह माना जा रहा है कि इसमें स्पिनरों की अच्छी संख्या होगी।
प्रतिभा पहचान से जुड़े सूत्र ने कहा, ‘दुबई की धीमी गति वाली पिचों के लिए यह जरूरी होगा कि टीमें अधिक स्पिनर रखे, खासकर नमी वाली परिस्थितियों के लिए। आप इसमें बहुत से वामहस्त और कलाई के स्पिनरों को देखेंगे।’