दुबई:पंजाब किंग्स के अंतिम मैच में मालकिन प्रीति जिंटा ने अंतिम मैच में भले ही केएल राहुल के विजयी शॉट पर ताली बजाई हो लेकिन मीडिया रिपॉर्ट्स के मुताबिक अब केएल राहुल पंजाब किंग्स के साथ नहीं रहेंगे। सूत्रों के मुताबिक प्रीति और राहुल में कुछ अनबन है।
आईपीएल 2021 सीजन में अब तक सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज लोकेश राहुल अगले साल पंजाब किंग्स से अलग हो सकते हैं। उनके नीलामी में शामिल होने की संभावना है।
समझा जाता है कि कुछ फ्रेंचाइजियों ने उनसे संपर्क किया है जिन्होंने उन्हें अपने साथ जोड़ने में रुचि दिखाई है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अभी तक अगले सीजन के लिए रिटेंशन पॉलिसी की घोषणा नहीं की है। यह तब है जब अगले सीजन एक मेगा नीलामी होनी है। अब तक रिटेंशन पॉलिसी और फ्रेंचाइजियों के लिए उपलब्ध राइट टू मैच (आरटीएम) कार्डों की संख्या पर कुछ स्पष्टता नहीं है।
उल्लेखनीय है कि एक फ्रेंचाइजी को अपने मौजूदा खिलाड़ियों को नीलामी के लिए उपलब्ध कराए जाने पर राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल करने का अधिकार है। समझा जाता है कि परदे के पीछे इस बारे में चर्चा हो रही है, ताकि पंजाब किंग्स से राहुल की विदाई सौहार्दपूर्ण हो। राहुल, जो फिलहाल आईसीसी टी-20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम के बायो-बबल में है, की ओर से इस बारे में अब तक कोई टिप्पणी नहीं आई, जबकि पंजाब किंग्स के एक अधिकारी ने इस विषय पर विचार-विमर्श करने से स्पष्ट रूप से इनकार किया है।
नया नाम भी नहीं बदल सका पंजाब की किस्मत
किंग्स इलेवन पंजाब ने अपना नाम बदलकर पंजाब किंग्स रखा लेकिन ये नया नाम भी पंजाब की किस्मत नहीं बदल सका और पंजाब की टीम लगातार दूसरे वर्ष 12 अंकों के साथ तालिका में छठे स्थान पर रही ।
एक नए नाम के साथ सीज़न की शुरुआत करते हुए, पंजाब किंग्स ने जीत के साथ अपने अभियान की शुरुआत की, लेकिन अपने अगले सात मैचों में से पांच में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। यूएई में, एक जीत हासिल करने के लिए उनका संघर्ष जारी रहा और वे अंक तालिका के बीच में एक जटिल स्थिति में फंस गए। उन्होंने अपने पिछले तीन मैच जीते लेकिन ख़राब नेट रन रेट के कारण प्लेऑफ़ की दौड़ से बाहर हो गए।
उनकी बल्लेबाज़ी में समस्याएं बनी रहीं, जो लोकेश राहुल और मयंक अग्रवाल की सलामी जोड़ी के आउट होने के बाद विफल होती दिख रही थी। लेकिन सकारात्मक पक्ष पर बात करें तो उनके अनकैप्ड भारतीय गेंदबाज़ अर्शदीप सिंह, रवि बिश्नोई और हरप्रीत बराड़ हर मौक़े पर खरे उतरे।
राहुल के सिर पर औरेंज कैप लेकिन स्ट्राइक रेट संदेह के घेरे में
राहुल लगातार चौथे साल टूर्नामेंट में शीर्ष तीन स्कोररों में शामिल थे, उन्होंने 13 मैचों में 626 रन बनाए, लेकिन उनका स्ट्राइक रेट फिर से एक बड़ा चर्चा का विषय था। उन्होंने 2021 सीज़न की शुरुआत 50 गेंदों में 91 के साथ की, लेकिन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के ख़िलाफ़ 57 गेंद में 91 नाबाद और चेन्नई सुपर किंग्स के ख़िलाफ़ 42 गेंद पर नाबाद 98 रनों की दो पारियों को छोड़कर, धीरे-धीरे स्कोर करने के कारण उनका स्ट्राइक रेट खिसकता चला गया। बाक़ी दस मैचों में उनका स्ट्राइक रेट सिर्फ़ 114 के क़रीब था। उनके रूढ़िवादी दृष्टिकोण का हमेशा टीम पर वांछित प्रभाव नहीं पड़ा, जिसे उन्होंने स्वीकार भी किया।
बायो-बबल की थकान का हवाला देते हुए पंजाब किंग्स के अनुभवी बल्लेबाज़ क्रिस गेल ने यूएई में टीम का साथ छोड़ दिया। सीपीएल बायो-बबल से बाहर आने के बाद गेल ने कहा कि वह टी20 विश्व कप से पहले मानसिक रूप से ख़ुद को तरोताज़ा करना चाहते हैं।