आज कल जब कोई कप्तानी या खराब कप्तानी पर चर्चा करता है तो पहला नाम विराट कोहली का सामने आता है। लेकिन कोहली के अलावा कुछ और कप्तान भी आईपीएल में है जिनकी कप्तानी सवालों के घेरे में उनमें से एक हैं पंजाब किंग्स के कप्तान केएल राहुल।
पंजाब किंग्स इस सीजन में सिर्फ 3 मैच जीत पायी है इसमें से एक मैच शुरुआत में राजस्थान के खिलाफ हुआ था। अगर संजू सैमसन आखिरी गेंद पर छक्का जड़ देते तो यह मैच भी पंजाब हार जाती। मंगलवार को राजस्थान से जीता हुआ मैच हारकर पंजाब अंकतालिका में अब सिर्फ सनराइजर्स हैदराबाद से ऊपर है।
इससे पहले एक और करीबी मैच पंजाब किंग्स ने पिछले सीजन में हारा था जब ग्लेन मैक्सवेल आखिरी गेंद पर छक्का नहीं मार पाए थे और उनके आगे सुनील नारेन गेंदबाजी कर रहे थे। यह मैच भी पंजाब किंग्स 2 रन से हारा था। यह हार पंजाब को आगे जाकर काफी खली थी और टीम प्लेऑफ में नहीं पहुंच पायी थी।
कुछ ऐसा असर कल की हार का भी हो सकता है। जहां एक ओर टीमों के लिए हर मैच महत्वपूर्ण हो गया है ऐसे में पंजाब ने एक जीता जिताया मैच गंवा दिया। आईपीएल 2021 के पहले भाग का अंतिम मैच भी पंजाब ने दिल्ली के हाथों 7 विकेट से गंवाया और दूसरे भाग का आगाज भी हार के साथ हुआ। साल 2019 और 20 में पंजाब किंग्स 6वें स्थान पर थे। इस बार भी स्थिती दयनीय लग रही है।
अब हर मैच जीतना जरूरीऐसे में कप्तान केएल राहुल की कप्तानी पर भी सवाल उठने लगे हैं। उनकी राह और भी मुश्किल होने वाली है क्योंकि अब उन्हें बचे 5 मैचों में सभी मैचों में जीत की दरकार है अगर प्लेऑफ में स्थान बनाना है। यह केएल राहुल के लिए काफी मुश्किल होने वाला है ऐसे मौकों पर टीम कप्तान भी बदलने में नहीं हिचकती। यह देखना दिलचस्प होगा कि राहुल के साथ क्या होता है।
टीम सिलेक्शन पर उठे सवाल
कोच और कप्तान राहुल मैच शुरु होने से पहले ही सवालों के घेरे में आ गए थे। रवि विश्नोई की जगह आदिल रशीद को टीम में खिलाया गया। पिछले सीजन में रवि विश्नोई का प्रदर्शन खासा अच्छा था। उन्होंने 14 मैचों में 376 रन देकर 12 विकेट लिए थे। वहीं आदिल रशीद कल खासे महंगे साबित हुए। जिन्होंने 3 ओवरों में 35 रन लुटाए।
इसके अलावा क्रिस गेल को भी उनके जन्मदिन पर आराम देने का निर्णय अति आत्मविश्वासी लगा। अगर गेल कल होते तो शायद आखिरी ओवर तक मैच जाता ही नहीं। लेकिन उनको पवैलियन में बैठा कर जीत का तोहफा तैयार कर रही पंजाब की टीम आखिरी ओवर में गच्चा खा गई।
करीबी अंतर से मैच गंवाना पंजाब किंग्स के लिये चलन बन गया है : कुंबले
पंजाब किंग्स के मुख्य कोच अनिल कुंबले ने स्वीकार किया कि उनकी टीम का करीबी अंतर से इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच गंवाना एक चलन बन गया है तथा राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ दो रन की हार को पचा पाना बेहद मुश्किल है।
पंजाब की टीम को मंगलवार की रात को खेले गये मैच में अंतिम ओवर में केवल चार रन की दरकार थी लेकिन रॉयल्स के तेज गेंदबाज कार्तिक त्यागी ने निकोलस पूरण और दीपक हुड्डा को आउट किया और इस ओवर में केवल एक रन देकर अपनी टीम को रोमांचक जीत दिलायी।
कुंबले ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, हां, यह चलन बन गया है विशेषकर लगता है कि जब भी हम दुबई में खेलते हैं तब ऐसा होता है। हमने स्पष्ट संदेश दिया था कि मैच 19 ओवर में जीतना है और इस रवैये के साथ ही खेलना चाहिए था।
उन्होंने कहा, दुर्भाग्य से हम इसे आखिर तक खींचकर ले गये और अंतिम दो गेंदों पर जब नया बल्लेबाज सामने हो तो यह लॉटरी की तरह बन जाता है।
अपने जमाने के इस दिग्गज लेग स्पिनर ने हालांकि त्यागी की भी प्रशंसा की।उन्होंने कहा, लेकिन त्यागी ने जिस तरह से अंतिम ओवर किया, श्रेय उन्हें जाता है। यह स्वाभाविक था कि वह ऑफ स्टंप से बाहर गेंद करेंगे लेकिन हमारे बल्लेबाजों ने सही विकल्प नहीं अपनाया।
कुंबले ने कहा, हां यह चलन बन गया है और इस पर हमें चर्चा करके समाधान निकालना होगा। हमें अभी पांच मैच खेलने हैं लेकिन हमें इस हार से हतोत्साहित नहीं होना चाहिए। इसे पचा पाना हालांकि मुश्किल है।