चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का एक फैसला कल दिल्ली से हार और जीत के फैसले में तब्दील हो गया है। वैसे तो धोनी अपने कुशल निर्णयों के लिए जाने जाते हैं लेकिन कल एक निर्णय उनके खिलाफ गया।
टीम में शामिल किए गए रॉबिन उथप्पा का कैच रविचंद्रन अश्विन ने जब अपनी ही गेंद पर लिया तो उसके बाद वह रविंद्र जड़ेजा की जगह खुद बल्लेबाजी करने के लिए उतर गए।
महेंद्र सिंह धोनी ने हैदराबाद के खिलाफ खेली पारी में एक चौक और 1 छक्का जड़ा था लेकिन कल उनकी धीमी पारी चेन्नई के लिए हार की वजह बन गई। धोनी ने 27 गेंदो पर 18 रन बनाए और टूर्नामेंट में दूसरी बार आवेश खान का शिकार हुए।
जब धोनी गए तो चेन्नई अपने आखिरी ओवर में था और सिर्फ 132 रन बना चुका था। अगर रॉबिन उथप्पा जिनका विकेट 9वें ओवर में गिरा था उनके बाद रविंद्र जड़ेजा क्रीज पर आते तो चेन्नई को बड़ा स्कोर करने का मौका मिल जाता।
अंत में यह मैच गया भी अंतिम ओवर तक अगर 10-15 रन भी चेन्नई के पास अतिरिक्त होते तो यह मैच चेन्नई की झोली में गिर सकता था। संभवत महेंद्र सिंह धोनी ने यह निर्णय इस कारण लिया होगा कि अगर जड़ेजा कोई हवाई शॉट खेलकर आउट हो गए तो टीम पर अतिरिक्त दबाव आ जाएगा।
हालांकि इसके बाद ट्विटर पर उनको इस नतीजे और धीमी स्ट्राइक रेट के लिए काफी ट्रोल किया गया।
फ्लेमिंग ने धोनी का बचाव किया
चेन्नई सुपर किंग्स के मुख्य कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने अपनी लय हासिल करने के लिये जूझ रहे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का बचाव करते हुए कहा कि दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम के विकेट पर किसी भी बल्लेबाज के लिये रन बनाना आसान नहीं था।
धोनी को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच में डेथ ओवरों में तेजी से रन बनाने की जिम्मेदारी निभानी थी लेकिन उन्होंने 20वें ओवर में आउट होने से पहले 27 गेंदों पर 18 रन बनाये। चेन्नई ने यह मैच तीन विकेट से गंवाया और फ्लेमिंग ने माना कि उनकी टीम ने 10-15 रन कम बनाये।
फ्लेमिंग ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, वह (धोनी) अकेला नहीं था। इस विकेट पर रन बनाना आसान नहीं था। बड़ा स्कोर करने या बड़े शॉट खेलने के लिये यह मुश्किल विकेट था इसलिए 137 रन का स्कोर भी पर्याप्त लग रहा था।
उन्होंने कहा, दोनों टीमें पारी के अंत में रन बनाने के लिये जूझ रही थी। अगर हमने 10-15 रन और बनाये होते तो परिणाम अलग हो सकता था।
फ्लेमिंग ने कहा कि दिल्ली ने आखिरी पांच ओवरों में बहुत अच्छी गेंदबाजी की और ऐसे में रन बनाना मुश्किल था।
उन्होंने कहा, रन बनाना मुश्किल था और दिल्ली ने इस बीच बहुत अच्छी गेंदबाजी की। उनके आखिरी पांच ओवर बहुत अच्छे थे, जिससे रन बनाना आसान नहीं था।
अंत में पारी में तेजी लाने और अतिरिक्त बनाने में विफल रहे : धोनी
चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने यहां सोमवार को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ कड़े आईपीएल मुकाबले में हार के बाद कहा कि बल्लेबाज 150 के स्कोर के करीब पहुंचना चाह रहे थे। कुछ विकेट गंवाने के बाद 15-16वें ओवर के बीच हमारे पास कुछ अतिरिक्त बनाने का अच्छा मौका था, लेकिन हम पारी में तेजी लाने में विफल रहे।
धोनी ने मैच के बाद कहा, “ मेरे मुताबिक यह मुश्किल पिच थी। 150 के करीब पहुंचना अच्छा स्कोर होता। यह दो गति वाला विकेट था। ऐसा नहीं है कि यह बहुत धीमा हो गया है। सिर्फ आप इस पर अपने शॉट नहीं खेल सकते और इस चीज का सामना दिल्ली के बल्लेबाजों ने भी किया। लंबे कद के गेंदबाजों को गेंद के साथ हलचल मिल रही थी और इससे खेल को अपनी तरफ मोड़ने का प्रयास बहुत अच्छा था। हमारे लिए महत्वपूर्ण था कि हम एक से छह ओवर के पहले पावरप्ले में सामने वाली टीम को ज्यादा रन न दें, लेकिन हमारी गेंदबाजी के पहले छह ओवर काफी महंगे रहे। पर जब क्वालिटी खिलाड़ी बल्लेबाजी कर रहे हों तो ऐसा हो सकता है। इसमें कोई बड़ी बात नहीं है। ”
हमने खुद ही मैच को अपने लिए मुश्किल बना दिया : पंत
दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान ऋषभ पंत ने यहां सोमवार को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ कांटे के आईपीएल मुकाबले में तीन विकेट से जीत के बाद कहा कि मैच जीतना जन्मदिन का तोहफा नहीं था। यह कड़ा मैच था। हमने खुद ही इसे अपने लिए मुश्किल बना दिया, लेकिन अंत में अगर जीत मिलती है तो सब कुछ ठीक है।
पंत ने मैच के बाद कहा, “ पहले पावरप्ले में चेन्नई ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की अौर तेजी से रन बनाए, लेकिन उसके बाद हमने कुछ अच्छे ओवर फेंके। परिणामस्वरूप चेन्नई की टीम अंत में कुछ अतिरिक्त रन बनाने से चूक गई। पृथ्वी शॉ ने बल्ले से हमें अच्छी शुरुआत दिलाई। हम हमेशा मैच में बने रहे, क्योंकि यह कम स्कोर था और अंत में हमने लक्ष्य को पूरा कर लिया। पृथ्वी इसी तरह से खेलने वाले हैं और शिखर उन्हें उसी तरह खेलने में मदद करेंगे। हमें वह मिला जो हमें उनसे चाहिए था और अंत में शिमरन हेत्मायर ने हमारे लिए मैच समाप्त किया। ”
दिल्ली के कप्तान ने रविचंद्रन अश्विन को ऊपरी क्रम पर बल्लेबाजी करने के लिए भेजने पर कहा, “ हम सिर्फ दाएं और बाएं हाथ के संयोजन को बनाए रखने की कोशिश कर रहे थे। इस जीत के साथ हम पूरी तरह आश्वस्त हो सकते हैं कि हम शीर्ष दो में जगह बना सकते हैं, इसलिए यह हमारे लिए बड़ी और शानदार जीत है। ”