आरसीबी के लिए यह मैच काफी विशेष था। ना केवल यह विराट कोहली के लिए यादगार 200वां मैच था लेकिन पूरी आरसीबी की टीम ने खास कोविड वॉरियर्स को समर्पित नीली जर्सी पहनी थी जो कि पीपीई किट जैसी लग रही थी। लेकिन कोलकाता की गेंदबाजी से कोहली और उनकी टीम को कोई नहीं बचा पाया।
आरसीबी के कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया, लेकिन उनका बल्लेबाजी खेमा इस निर्णय पर खरा नहीं उतरा। केकेआर की घातक गेंदबाजी का पहला शिकार खुद विराट बने, जिन्हें दूसरे ओवर में तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा ने आउट किया।सलामी बल्लेबाजी करने उतरे कप्तान विराट कोहली सिर्फ 5 रन बनाकर प्रसिद्ध कृष्णा की गेंद पर बोल्ड हो गए।
इसके बाद देवदत्त पडिकल और श्रीकर भारत ने 31 रन की साझेदारी कर पारी को संभाला, पावरप्ले में आरसीबी का स्कोर 41 रनों पर 2 विकेट था, लेकिन तेज गेंदबाज लॉकी फर्ग्यूसन ने पडिकल को आउट कर यह साझेदारी तोड़ दी और इसके बाद तो विकेटों की झड़ी लग गई। एबी डीविलियर्स भी 0 रन बनाकर आउट हो गए।
यहां से चक्रवर्ती और रसेल ने मोर्चा संभाला और आरसीबी की बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी। रसेल ने जहां तीन ओवर में नौ रन देकर तीन, जबकि चक्रवर्ती ने चार ओवर में 13 रन देकर तीन विकेट लिए। फर्ग्यूसन ने हर्षल पटेल के रूप में दूसरा विकेट लिया। आरसीबी की तरफ से पडिकल ने सर्वाधिक 22, श्रीकर ने 16 और हर्षल ने 12 रन बनाए।
आरसीबी की पूरी टीम 19 ओवरों में 92 रनों पर सिमट गई और उनकी दयनीय हालत पर उन्हें ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा।
कोलकाता को जीत और महत्चपूर्ण दो अंकों के लिए 93 रन चाहिए। काेलकाता के लिए इस मैच में जीत बेहद जरूरी है, क्योंकि वह फिलहाल सात में से सिर्फ दो मैच जीत कर चार अंकों के साथ अंक तालिका में सातवें स्थान पर है। अगर वह बड़े अंतर से यह मैच जीतता है तो अंक तालिका में स्थान के साथ-साथ उसके नेट रन रेट में भी सुधार हो सकता है जो कई बार नॉकआउट चरण तक पहुंचने के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होता है।