कप्तानी, बल्लेबाजी और अब गेंदबाजी फाइनल में हार्दिक के प्रदर्शन ने बता दिया कि यह पूरा सत्र उनके लिए कैसा गया है। कप्तान हार्दिक पंड्या के हरफनमौला प्रदर्शन से गुजरात टाइटंस ने रविवार को फाइनल में राजस्थान रॉयल्स पर सात विकेट से एकतरफा जीत दर्ज करके अपने पहले ही सत्र में इंडियन प्रीमियर लीग खिताब अपने नाम कर लिया।
उन्नीसवें ओवर की पहली ही गेंद पर ओबेद मैकॉय को छक्का जड़कर शुभमन गिल ने जब जीत की औपचारिकता पूरी की तो एक लाख से अधिक दर्शकों की तालियों और शोर से नरेंद्र मोदी स्टेडियम गूंज उठा। एक नयी नवेली टीम को दुनिया की इस सबसे लुभावनी क्रिकेट लीग का सिरमौर बनाने का श्रेय किसी को जाता है तो उसके कैप्टन कूल हार्दिक पंड्या को।पहले गेंदबाजी में चार ओवर में 17 रन देकर तीन विकेट लेते हुए उन्होंने रॉयल्स को नौ विकेट पर 130 के स्कोर पर रोक दिया। जवाब में दो विकेट जल्दी गिरने पर 30 गेंद में 34 रन बनाकर टीम को दबाव से निकाला । टाइटंस ने 11 गेंद और सात विकेट बाकी रहते मैच जीत लिया।
गिल 43 गेंद में तीन चौकों और एक छक्के की मदद से 45 रन बनाकर नाबाद रहे जबकि डेविड मिलर ने सिर्फ 19 गेंद में 32 रन बनाये जिसमें तीन चौके और एक छक्का शामिल था। गुजरात ने रिधिमान साहा (पांच) और मैथ्यू वेड (आठ) के विकेट जल्दी गंवा दिये थे।
इससे पहले राजस्थान के कप्तान संजू सैमसन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया हालांकि उनका कोई भी बल्लेबाज टिककर खेल नहीं सका। वहीं अपने घरेलू मैदान पर एक लाख से अधिक दर्शकों के सामने गुजरात के गेंदबाजों ने उन पर दबाव बना दिया । जोस बटलर (35 गेंद में 39) और यशस्वी जायसवाल (16 गेंद में 22 रन) के बल्ले से ही कुछ रन निकल सके।
हार्दिक ने चार ओवर में सिर्फ 17 रन देकर तीन विकेट लिये जबकि अफगानिस्तान के लेग स्पिनर राशिद खान ने बेहद किफायती गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में सिर्फ 18 रन देकर एक विकेट लिया।मोहम्मद शमी की रफ्तार और स्विंग के आगे सहज होकर नहीं खेल पा रहे जायसवाल ने जोखिम लेने में कसर नहीं छोड़ी । उन्होंने शमी को कवर में छक्का जड़ा और यश दयाल को लांग लेग पर छक्का लगाया । अधिक ऊंचे शॉट खेलने के प्रयास में वह डीप में कैच दे बैठे।
आरेंज कैपधारी बटलर और सैमसन अब क्रीज पर थे। राशिद खान के खिलाफ दोनों को होने वाली असुविधा को ध्यान में रखकर हार्दिक ने पावरप्ले में ही इस अनुभवी स्पिनर को गेंद सौंप दी । बटलर और सैमसन ने राशिद को संभलकर खेला और पावरप्ले में स्कोर एक विकेट पर 44 रन था।फॉर्म में चल रहे बटलर ने लॉकी फर्ग्युसन को लगातार दो चौके लगाये । सैमसन को हार्दिक ने अपनी दूसरी ही गेंद पर पवेलियन भेज दिया । उन्हें पूल शॉट खेलने के प्रयास में सैमसन आफ साइड में कैच दे बैठे । देवदत्त पडिक्कल ने खाता खोलने में आठ गेंदें ली और दो रन बनाकर लौट गए।
इसके तीन गेंद बाद बटलर भी अपना विकेट गंवा बैठे। पडिक्कल को राशिद ने और बटलर को हार्दिक ने रवाना किया। हार्दिक ने शिमरोन हेटमायेर को भी पवेलियन भेजा और अब राजस्थान का स्कोर पांच विकेट पर 94 रन था।रविचंद्रन अश्विन के आउट होते ही राजस्थान की वापसी की उम्मीदें खत्म हो गई । शमी ने बेहतरीन यॉर्कर पर रियान पराग को आउट किया।